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हिमाचल के किन्नौर जिले से एक अच्छी खबर आई है। भारतीय सेना और नागरिकों ने ऑपरेशन सद्भावना के तहत एक सफलता पाई है। सेना और नागरिकों की टीम ने किन्नौर के माउंट रियो परगियल का सफल आरोहण किया है। इस एक्टिविटी से सेना और नागरिकों के संबंधों में भरोसा और सहयोग बढ़ा है।
पूह से शुरू हुआ था अभियान
ऑपरेशन सद्भावना के तहत ये अभियान 23 अगस्त को पूह से शुरू हुआ। AVSM, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, उत्तर भारत एरिया, लेफ्टिनेंट जनरल डीजी मिश्रा ने इसका शुभारंभ किया।
इस अभियान में 17 नागरिक और सेना के जवान एक साथ थे। सैन्य दल ने अपने कंधों पर मार्गदर्शन और सुरक्षा की जिम्मेदारी ली। गौरतलब है कि आरोहण से पहले टीम को खास ट्रेनिंग दी गई। इसमें रैपलिंग, जुमरिंग और रॉक क्लाइम्बिंग जैसी चीजें शामिल थीं।
कई बार खराब हुआ मौसम
इस टीम ने अपनी यात्रा नाको से शुरू की। इसके बाद बेस कैंप, एडवांस बेस कैंप और समिट कैंप की यात्रा की गई। यात्रा के दौरान रास्ते में कई बार खराब मौसम का सामना करना पड़ा लेकिन अपने काम में डटी रही।
टीम ने कहीं भी हार नहीं मानी और शिखर पर पहुंचकर ही दम भरा। फिर शिखर पर तिरंगा फहराकर उन्होंने देश का नाम बढ़ाया। फ्लैग-इन समारोह पूह में आयोजित किया गया गया जहां टीम के साहस की सराहा गया।
सहयोग-भरोसे का उदाहरण
सेना के अधिकारियों बोले कि ये अभियान सेना व नागरिकों को बीच भरोसे और सहयोग का उदाहरण है। ये अभियान ऑपरेशन सद्भावना की भावना को और मजबूत करता है।
ये अभियान भारत की साहसिक भावना को दर्शाता है और इसका प्रतीक है। इस अभियान से सैन्य-नागरिक संबंधों को मजबूत करने में आर्मी की निष्ठा को दर्शाता है। ये सफलता प्रकृति की चुनौतियों पर मानव संकल्प की जीत को साबित करता है।