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हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। इस वारदात ने दोस्ती, भरोसे और रिश्तों की सीमाओं को झकझोर कर रख दिया है। धर्मशाला के समीप राजेन्द्र नगर (छेक) इलाके में दो दोस्तों के बीच का गहरा रिश्ता एक अवैध प्रेम प्रसंग के कारण खूनी संघर्ष में बदल गया। नतीजा एक दोस्त ने दूसरे दोस्त को मौत के घाट उतार दिया।
दरअसल 29 अक्टूबर को राजिन्द्रनगर (छेक) से रूपेहड़ गांव की ओर जाने वाले रास्ते पर 43 वर्षीय रवि कुमार पुत्र स्व भीम सेन का शव मिला था। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने जब शव की जांच की तो शरीर पर चोटों के निशान मिले। जिस पर पुलिस को शख्स की हत्या का संदेह हुआ। पुलिस ने घटनास्थल को सील कर आरएफएसएल धर्मशाला की एक विशेषज्ञ फोरेंसिक टीम को बुलाया और जरूरी साक्ष्य जुटाए। इसी बीच मृतक के भाई शशि कुमार ने भी पुलिस थाना बैजनाथ में शिकायत दर्ज करवाई थी।
मृतक के भाई शशि कुमार की शिकायत पर थाना बैजनाथ पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। फोरेंसिक टीम ने मौके से वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाए। मोबाइल कॉल रिकॉर्ड, घटनास्थल से मिले साक्ष्य और गवाहों के बयान जब आपस में जोड़े गए, तो पूरी कहानी खुलकर सामने आ गई। यह कोई सामान्य हत्या नहीं, बल्कि प्रेम प्रसंग का खूनी अंत था।
पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो कई चैंकाने वाले सच सामने आने लगे। पुलिस जांच में पता चला कि मृतक रवि कुमार और आरोपी 44 वर्षीय विनोद कुमार उर्फ नीतू कभी गहरे दोस्त हुआ करते थे। लेकिन समय के साथ यह दोस्ती तब टूट गई जब रवि कुमार का विनोद की पत्नी के साथ अवैध संबंध बन गया। इस रिश्ते ने दोनों परिवारों के बीच दरार डाल दी और आपसी तनाव कई महीनों से बढ़ता जा रहा था।
रंजिश से भरा यह विवाद आखिर 28 अक्टूबर की शाम हिंसा में बदल गया। पुलिस के अनुसार आरोपी विनोद कुमार ने गुस्से में अपने दोस्त रवि कुमार को रास्ते में रोक लिया। बहस के दौरान उसने धारदार हथियार से उस पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। सिर और चेहरे पर गंभीर वार होने से रवि कुमार की मौके पर ही मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया।
आरोपी दोस्त ने कबूला अपराध
पुलिस की कड़ी पूछताछ में आखिर आरोपी विनोद कुमार टूट गया और उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। उसने बताया कि उसके दोस्त रवि कुमार के उसकी पत्नी के साथ लंबे समय से अवैध संबंध चल रहे थे। जिसके कारण उसका मानसिक संतुलन बिगड़ गया था और उसने गुस्से में आकर यह कदम उठा लिया।
थाना बैजनाथ की टीम ने सटीक सुरागों और तकनीकी सबूतों के आधार पर आरोपी को 1 नवंबर को धर दबोचा। रविवार को आरोपी को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस अब हत्या में प्रयुक्त हथियार और घटनाक्रम से जुड़े अन्य पहलुओं की जांच कर रही है।
अवैध संबंधों का दर्दनाक अंत
यह घटना न केवल एक परिवार की तबाही की कहानी हैए बल्कि यह दिखाती है कि अवैध रिश्तों का अंजाम कितना खौफनाक हो सकता है। एक ओर जहां एक व्यक्ति ने अपनी जान गंवाई, वहीं दूसरा उम्रभर के लिए अपराधी बन गया। कांगड़ा की इस वारदात ने पूरे हिमाचल को झकझोर दिया है।












