(जसवीर सिंह हंस) बेशक प्रदेश सरकार खनन माफिया को लेकर कड़ी कारेवाही की बात कर रही है। लेकिन जिला सिरमौर में खनन माफिया का कहर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। भ्रष्ट अधिकारियों व जिले के एक बड़े नेता को लाखों रुपए महीना क्रेशर मालिक इकट्ठा कर कर दे रहे हैं इसकी आवाज में अवैध खनन सामग्री क्रेशर पर पहुंचाई जा रही है
मशीनें लगाकर डंपर में अवैध खनन सामग्री यमुना ओर गिरी नदी से ही जा रही है जिले में खनन माफिया इस कदर बढ़ गया है कि अपने मुनाफे के लिए माफिया के लोग यमुना व गिरी नदी का सीना छलनी कर रहे है। पाबंदी के बावजूद यमुना व गिरी नदी में खनन माफिया बिना किसी रोक टोक खनन करने में मशगूल है। रामपुर घाट , मानपुर देवड़ा गोजर भूपुर बाता मंडी में खनन माफिया ने यमुना नदी में आसपास की जमीनों में 10-10 फुट के खड़े कर दिए हैं वहीं कांग्रेस प्रत्याशी के क्रेशर पर भी अवैध खनन सामग्री का ढेर लगा हुआ है पर अधिकारी कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं वहीं जिले के खनन अधिकारी कोई भी कड़ी कार्रवाई करने में असफल साबित हो रहे हैं ना ही वह खनन माफिया के खिलाफ कोई कार्रवाई कर रहे हैं ना मौके पर आकर कोई उचित कार्रवाई करते हैं पुलिस प्रशासन खनन विभाग वन विभाग और आरटीओ कोई भी कड़ी कार्रवाई नहीं कर पा रहे तथा सरकार के दावों की भी पोल खुलती नजर आ रही है
कुछ कांग्रेस के लोग खनन के काम में जुट गये है अधिकारी तबादले के डर से इनके खिलाफ कड़ी कारेवाही करने से गुरेज कर रहे है | अब देखना है की खनन को मुद्दा बनाने वाली प्रदेश सरकार अपने नेताओ को क्या निर्देश देती है | कुछ भाजपाई तो धरती का सीना छलनी करने के लिए क्रेशर लगाने में मशलुग है व कुछ तेयारी कर रहे है कुछ के पहले क्रेशर है व सरकार में जुगाड़ लगा कुछ और क्रेशर लगाने की तेयारी कर रहे है |
इस पर लगाम लगाने पर भी पुलिस व् अन्य विभाग कमजोर दिख रही है। अब तो खनन माफिया पुलिस व प्रशासन पर भारी दिख रहा है। खनन विभाग भी मात्र दो चार चालान काट कर अपने काम को अंजाम दे रहा है। माफिया के लोग रात के समय टिप्परों और ट्रैक्टर ट्रालियों के जरिए रेत और बजरी की सप्लाई करते हैं। खनन माफिया दिन रात इस अवैध धंधे को अंजाम दे रहा है।
खड्डों को खाली कर माफिया का रेत, बजरी निकालने का कारोबार दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। माफियाओं का अवैध कारोबार इस कद्र बढ़ रहा हैं है कि अब प्रशासन भी अपना शिंकजा कसने में कमजोर दिख रहा है।माफिया के लोगों को पुलिस प्रशासन का डर होता प्रतीत नहीं दिख रहा है इतना ही नहीं खड्डों को खाली कर खनन माफिया के लोग रेत बजरी को अधिक रेट में बेचकर अधिक मुनाफा कमा रहे हैं।
अब तो पुलिस व अन्य विभाग भी खनन माफिया के आगे नतमस्तक होता दिखाई दे रहे है। हालांकि पुलिस प्रशासन इन अवैध खननों पर लगाम लगाने की कोशिश तो कर रहा है, लेकिन फिर भी इन माफिया के लोगों को पुलिस प्रशासन का डर होता प्रतीत नहीं दिख रहा। सूत्रों के मुताबिक खनन माफिया के लोगो को अधिकारी अपने दफ्तरों में बिठा कर चाय पानी पिला रहे है | कई लोगों ने खनन माफिया के इस अवैध कारोबार के बारे में पुलिस प्रशासन को सूचित भी किया बावजूद इसके खनन माफिया का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब देखना यह है कि प्रदेश सरकार खनन माफिया को लेकर नई नीति कब लागू करती है, इससे सिरमौर में खनन माफिया पर काबू पाया जा सकता है या नहीं |
पुलिस द्वारा खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई न करने को लेकर सवाल खड़े होते रहे हैं।जब भी पुलिस अधिकारी खनन क्षेत्रों में छापेमारी की कार्रवाई करते हैं, उससे पहले ही खनन माफिया तक पुलिस की होने वाली कार्रवाई की सूचना पहुंच जाती है। वही ट्रांसफर होकर आये खनन कर्मचारी पर भी भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लग रहे हैं