जहां एक और मुख्यमंत्री करोड़ों रुपए के पेयजल योजनाओं की घोषणाएं करने जुटे है वही आईपीएच विभाग के अधिकारी धरातल पर मुख्यमंत्री की मिट्टी पलीत कराने में जुटे हुए हैं क्योंकि पिछले 3 दिनों से शहर के कई वार्डों में पीने का पानी नसीब नहीं हो रहा वही आईपीएच विभाग कुंभकर्ण की नींद सोया हुआ है तथा बार-बार फोन करने पर भी नहीं जाग रहा वहीं शहर के कई लोगों ने जाकर दफ्तरों में भी सोए हुए अधिकारियों को उठाने की कोशिश की परंतु शायद काली कमाई का ज्यादा हिस्सा घटक कर अधिकारियों के पेट फूल गए हैं तथा नशा दिमाग में चढ़ गया है ठेकेदारों के साथ मिलीभगत कर आई पी एच के अधिकारी शहर की जनता को तंग करने में जुटे हैं बताया यह भी जा रहा है वहीं अब शमशेरपुर हीरपुर बद्रीपुर इलाके के लोग दूसरों के घर से पानी भरकर लाने को मजबूर है
पानी के बिलों में भारी बढ़ोतरी होने के बावजूद जनता को सुविधा देने में आईपी एच विभाग नकारा साबित हुआ है गौरतलब है कि आईपीएच विभाग ने पानी के बिलों में दोगुने से ज्यादा वृद्धि कर दी है परंतु सुविधा देने के नाम पर अभी भी आईपीएच विभाग नाकाम साबित हुआ है बार-बार अधिकारियों को फोन करने के बावजूद भी 3 से पानी की समस्या अधिकारी ठीक नहीं करवा सके कल सुबह तक पानी न आने पर लोगों ने विभाग के खिलाफ प्रदर्शन की धमकी दी है