पांवटा साहिब : टिक टॉक वीडियो मामले में स्टाफ नर्स के पक्ष मे सामने आई यूथ कांग्रेस

कांग्रेसी नेता सुनील चौहान ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि पांवटा अस्पताल का 2 महीने पहले बना स्टाफ नर्स की नाटी का एक विडियो किसी ने वायरल कर दिया वीडियो वायरल नही करना चाहिए था , अगर कर दिया तो इसमे गलत क्या है परन्तु दोस्तो ये इंडिया है यहां बात का पतंगड़ बनाया जाता है,डिजिटल मीडिया ने भी इसे सोशल मीडिया पर शेयर करने में कमी नही रखी सबने अपने अपने तरह से खबर लगा दी जबकि ये स्टाफ नर्स बहुत अच्छी है ,जो भी मरीज जाता है बड़े अच्छे से पेश आती है ,अगर इस भागदौड़ जिंदगी में थोड़ी खुशी की जिंदगी जी ली तो गलत क्या है ,कोई इमरजेंसी भी थी नही ऐसा अश्लीलता पूर्वक डांस भी नही है कि जिससे कि किसी को दिक्कत हो परेशानी हो ऐसा भी है नही कि वहां कोई अनहोनी हो गई है , खुद मरीजो का कहना है कि हम सब लोगो का चेक अप करके अपने स्टाफ रूम में विश्राम करने गए थे ,कभी कभी तो चेक अप करते समय मरीजो को दवाइयों ,इंजेक्शन लगाते हुए अपने खाने का समय भी नही मिलता ,

अपने विश्राम के समय थोड़ा बहुत इंजॉय कर लिया तो गलत नही किया अपने मरीजों को चेक अप करके आई थी ,क्या आप लोगो ने सचिवालय में हमारे नाटी किंग मुख्यमंत्री को नाचते नही देखा उनके साथ अधिकारी नाचते हुए नही देखे उस पर तो आप कुछ नही कहेंगे कियोंकि ओ उच्च अधिकारी है आप लोग तो जो नीचे के अधिकारी है जो रात दिन ड्यूटी करते है उसी पर चिल्लाते है खबरे लगाते है जरा उनकी जगह रखकर सोंचो ,कैसे कैसे मरीज आते है कोई तो मंत्री का फोन कोई बड़े अफसर का फोन करवाते है धौंस जमाते है ,फिर भी काम करती है अपना परिवार छोड़कर ड्यूटी करती है ,अधिकतर बड़े डॉक्टर स्टाफ नर्सों को आदेश देते है कि मरीजो को दवाई ,उनका वीपी चेक करना , उनके इंजेक्शन सही समय से लगाना ,हर एक घण्टे बाद जा कर हाल चाल पूछना नर्स की ड्यूटी किसी खतरे से कम नही है और हम लोग उन पर अंगुली उठाते है जो बिल्कुल गलत है

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क्या आप लोगो ने स्कूलो में कितने मुख्याध्यापकों को नाचते देखा है कितनो को ठुमके लगाते देखा है उन पर तो आज तक कारवाई नही हुई , क्या स्कूलो में परमिशन है जो शिक्षा का मंदिर है, परन्तु अस्पताल में एक स्टाफ नर्स ने नाटी क्या लगा ली सबको आफत आ गई जैसे अस्पताल में किसी के साथ दुर्व्यवहार कर दिया हो
मेरी CMO पराशर जी से विनती है की आप ने जो कारवाई के आदेश दिए है ओ गलत है , कारवाई करने जैसा कोई काम नही किया ,

इसमे ऐसा कुछ भी नहीं है बेवजह बात का पतंगड़ बनाया जा रहा है , आप लोग इनके बारे में पांवटा अस्पताल के सभी स्टाफ से पूछे कि इनका मरीजो से कितना अच्छा व्यवहार है ,आप जो इलाज करवाने आते है उनसे पूछे कि इनक स्वभाव कैसा है ,

नाच और गाना इसमें बुराई क्या है… सबसे बड़ी बात तो यह है की नर्स और डॉक्टर और केयरटेकर एक बड़े मानसिक तनाव व दबाव में काम करते हैं… बावजूद इसके कि अपने व्यस्ततम समय में से अगर ये कुछ समय नाच गाकर अपने मन को हल्का कर लेते हैं तो इसमें बुराई ही क्या है… बेवजह बात का बतंगड़ नहीं बनाया जाना चाहिए. मैं तो कहूंगा कि इस लेडी को सम्मानित करना चाहिए कि यह व्यस्त होने के बावजूद भी उस पल में खुशी तलाश रही है… विदेशों में मरीज को कष्ट जब होता है तो कई बार डॉक्टर और सिस्टर उनको हंसी मजाक और गाना डांस आदि करके उनका मन बहला ते हैं ताकि उनका रोग कुछ पल के लिए राहत बन जाए…. इसीलिए कृपया कर इस बेचारी पर इतना भी दबाव मत बनाएं की है नाचना गाज़ना छोड़कर तनावग्रस्त हो जाए
हम सब आपके साथ है डरने की कोई बात नही है
ज्यादा से ज्यादा शेयर करे ताकि स्टाफ नर्स के साथ कुछ गलत न हो

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