शिमला। गुड़िया प्रकरण से संबंधित पुलिस कस्टडी में आरोपी सूरज की हत्या के मामले में गिरफ्तार पूर्व आईजी जैदी समेत सभी 9 पुलिस कर्मियों को दूर-दूर तक राहत के आसार नहीं है।मंगलवार को हुई पेशी के दौरान एक बार फिर इनकी न्यायिक हिरासत आगामी पांच फरवरी तक बढ़ गई। मंगलवार को आईजी जहूर जैदी समेत सभी 9 पुलिस कर्मियों की आज सीबीआई कोर्ट में पेशी हुई और फिर इनकी न्यायिक हिरासत 5 फरवरी तक और बढ़ गई है। सूरज मामले में आरोपी बनाए गए सभी आरोपियों की पेशी 17 जनवरी के हुई थी और उस समय भी इनकी न्यायिक हिरासत बढ़ गई थी। आज इन्हें फिर कोर्ट में पेश किया गया था। सीबीआई कोर्ट के जज के अवकाश पर होने के कारण इन सभी के दूसरे कोर्ट में पेश किया गया था और वहां से इन्हें पांच फरवरी तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
अगस्त माह से हिरासत में चल रहे हैं पुलिस अधिकारी व कर्मी
गौर हो कि 4 जुलाई को कोटखाई के महासू क्षेत्र से गुड़िया लापता हुई थी और 6 जुलाई की सुबह उसकी लाश महासू के साथ लगते जंगल से मिली थी। इस मामले में प्रदेश पुलिस की एसआईटी ने सूरज समेत कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया था, लेकिन बाद में सूरज की पुलिस लॉकअप में हत्या हो गई थी और इसका आरोप दूसरे आरोपी राजू पर लगा था, लेकिन बाद में इस मामले को सीबीआई को सौंपा गया था और सीबीआई ने सूरज हत्या मामले में आईजी जैदी समेत आठ पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद में राजू समेत अन्य बचे पांच आरोपियों को जमानत मिल गई। वहीं,सीबीआई ने बाद में डीडब्ल्यू नेगी को भी इस मामले में गिरफ्तार किया था। अब ये सभी न्यायिक हिरासत में चल रहे हैं। आईजी जहूर जैदी समेत आठ पुलिस कर्मी सूरज हत्या मामले में 29 अगस्त 2017 को सीबीआई के शिकंजे में आए थे। जबकि शिमला के पूर्व एसपी डीडब्ल्यू नेगी की 16 नवंबर को गिरफ्तार हुए थे। अब इन सभी की न्यायिक हिरासत पांच फरवरी तक बढ़ गई है