पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष संजय सिंघल ने स्थानीय औद्योगिक संगठन के पदाधिकारी व बिजली विभाग के एक ठेकेदार द्वारा राजस्व विभाग के साथ मिलकर नकली कृषक प्रमाण पत्र बनाकर करोड़ों रुपए की कृषक भूमि की खरीद फरोख्त के गंभीर आरोप लगाए हैं।
पांवटा साहिब में पत्रकार वार्ता के दौरान संजय सिंघल ने कहा कि पांवटा साहिब में नकली कृषक प्रमाण पत्र बनाकर बड़े पैमाने पर जमीनों की खरीद-फरोख्त की गई है। इसके लिए बद्रीपुर के एक व्यापारी व राजस्व विभाग की मिलीभगत हैं।उन्होंने बताया कि यमुना विहार, जामनीवाला, वाई प्वाइंट, बद्रीपुर,सतौन आदि कई जगहों पर बड़े पैमाने पर जमीन खरीदी गई।
इस पूरे मामले में राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर जमीनी फर्जीवाड़ा किया गया है। उक्त बद्रीपुर के व्यापारी पर नकली कृषक प्रमाण पत्र बनाकर करोड़ों रुपए की जमीन खरीद कर उन्हें प्रॉपर्टी डीलर के हाथों बेच दिया गया। उन्होंने बताया कि पिछले 3 वर्षों से वह लगातार राजस्व विभाग को आरटीआई के माध्यम से इन जमीनों का ब्यौरा मांग रहे हैं। लेकिन उन्हें इसका जवाब नहीं दिया जा रहा है।जिसकी शिकायत उन्होंने कई बार डीसी सिरमौर को भी की, लेकिन डीसी ऑफिस से उत्तर मिला कि आपकी शिकायत राजस्व विभाग को भेजी जा रही है। उन्होंने कहा कि जल्दी ही वह इस मामले को हाई कोर्ट लेकर जाएंगे।