जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सोलन द्वारा विकास खंड सोलन के जन प्रतिनिधियों के लिए आज यहां एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला की अध्यक्षता खंड विकास अधिकारी सोलन डॉ. प्रियंका चंद्रा ने की।
डॉ. प्रियंका चंद्रा ने कहा कि जिला आपदा प्रबंधन समिति सोलन ने 65 आपदा रक्षक मुख्य प्रशिक्षक प्रशिक्षित किए हैं। सोलन विकास खंड की 35 पंचायतों में आपदा रक्षक समितियों का गठन किया जाएगा और मुख्य प्रशिक्षक आपदा रक्षक पंचायत स्तर पर सभी को प्राथमिक चिकित्सा, बचाव व पुनर्वास के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे। उन्होंने कहा कि विकास खंड सोलन में दस आपदा रक्षक मुख्य प्रशिक्षकों को प्राकृतिक व मानव जनित आपदा से निपटने के लिए प्रशिक्षित किया गया है।
खंड विकास अधिकारी ने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं जैसे भूकम्प, भूस्खलन, आगजनी, सूखा, बाढ़ एवं मानव जनित आपदाओं की स्थिति में धैर्य, विवेक, परस्पर सहयोग व प्रबंधन से ही नुकसान को न्यून किया जा सकता है। आपदा प्रबंधन दो प्रकार से किया जाता है आपदा से पूर्व एवं आपदा के पश्चात। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षक आपदा पूर्व एवं आपदा उपरांत प्रशिक्षण के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे।
कार्यशाला में विकास खंड सोलन की विभिन्न पंचायतों के प्रधान, पंचायत सचिव तथा आपदा रक्षक मुख्य प्रशिक्षकों प्राकृतिक आपदा से होने वाले नुकसान को कम करने के बारे में जानकारी प्रदान की गई।
कार्यशाला में जिला आपदा प्रबधन की जिला समन्वयक निशा धुनेरिया, आपदा रक्षक मुख्य प्रशिक्षक, विकास खंड सोलन की विभिन्न पंचायतों के प्रधान, पंचायत सचिव उपस्थित थे।