कालाअंब में हेड कांस्टेबल जसवीर सैनी के मिसिंग केस को परिजनों के भारी दबाव के बाद सीआईडी को ट्रांसफर कर दिया गया है. हेड कांस्टेबल का वीडियो वायरल होने के बाद से भी सिरमौर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालियां निशान खड़े हो रहे हैं.
जानकारी देते हुए नवादा पंचायत के उप प्रधान और हेड कांस्टेबल जसवीर सैनी के गरीबी रिश्तेदार मोहित सैनी ने बताया की शिमला से इस पूरे मामले की जांच के लिए डीआईजी क्राइम ब्रांच नाहन पहुंच रहे हैं जो कि परिवार से भी मिलेंगे उन्होंने कहा कि निष्पक्ष जांच के लिए जरूरी है कि एसपी सिरमौर को बर्खास्त किया जाए ताकि जांच प्रभावित न हो सके। उन्होने बताया की आज जब वह सिरमौर के पुलिस अधिक्षक रमन कुमार मीणा से मिलने उनके ऑफिस में गए तो उन्होंने पीड़ित परिजनों के साथ बदतमीजी की तथा अपने मेज पर मुक्के मारते हुए बोला कि तुम मेरे साथ बदतमीजी कर कर दिखाओ उन्होंने बताया कि एस पी सिरमौर इस कारण गुस्से थे में थे की पीढ़ित परिजन एसपी ऑफिस में प्रदर्शन करने पहुंचे थे तथा मीडिया के सामने बयान दे रहे थे
अब इस मामले में पुलिस पर लगातार दबाव बढ़ता जा रहा है. इस सिलसिले में हेड कांस्टेबल के परिजनों सहित ग्रामीणों ने एडीएम सिरमौर को ज्ञापन सौंप मामले की जांच सिरमौर पुलिस से न करवाकर उच्च स्तर पर करवाने की मांग की थी. इस मामले में परिजनों-ग्रामीणों ने डीसी-एसपी कार्यालय का घेराव भी किया. परिजनों व ग्रामीणों के बढ़ते दबाव के बाद हेड कांस्टेबल के मिसिंग केस को सीआईडी को ट्रांसफर कर दिया गया है.
वही मामले ने काफी तूल पकड़ लिया है जिला सिरमौर के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश में ऐसे अधिकारियों पर लोगों का गुस्सा देखने को मिल रहा है जो अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को न केवल प्रताड़ित करते हैं बल्कि उनसे गलत काम करवाने के लिए दबाव भी बनवाते हैं।
बता दे की इस पूरे मामले को लेकर हेड कांस्टेबल जसवीर सैनी के परिजनों और ग्रामीणों ने एसपी रमन कुमार मीणा को तुरंत बर्खास्त करने की मांग मुख्यमंत्री के समक्ष रखी है। इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए डीजीपी हिमाचल प्रदेश ने डीआईजी क्राइम ब्रांच हिमाचल प्रदेश को इस मामले की जिम्मेदारी सौंपी है जिसके बाद नाहन में धरने पर बैठे हेड कांस्टेबल जसवीर सैनी के परिजनों को भी सूचित कर दिया गया है।
एएसपी सिरमौर योगेश रोल्टा ने बताया कि गत बुधवार को हेड कांस्टेबल जसबीर सैनी की मिसिंग रिपोर्ट कालाअंब पुलिस थाना में दर्ज की गई है. इसके बाद हेडकांस्टेबल की तलाश के लिए कई टीमें लगाई गई हैं. आज वीरवार को एसआईटी का भी गठन किया गया. इसके बाद आज परिजनों ने डीसी को एक आवेदन भी सौंपा है, जिसमें उन्होंने आग्रह किया है कि जसवीर सैनी का मिसिंग केस उच्च अधिकारी को ट्रांसफर किया जाए.