जोगिंद्रा केन्दीय सहकारी बैंक सोलन बना सीजीटीएमएसई का सदस्य ऋणदाता

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जोगिंद्रा केन्दीय सहकारी बैंक सोलन के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक आ आयोजन आज बैंक के बाय पास स्थित हेड ऑफिस में बैंक के चेयरमैन एडवोकेट मुकेश शर्मा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिसमें करीबन 40 एजेंडा पर विस्तृत चर्चा की गई। बैंक के चेयरमैन ने जानकारी देते हुए बताया की बैंक जल्द 32 नई नियुक्तियां करेगा जिसे जल्द एडवर्टाइज किया जाएगा और अधिक जानकारी देते हुए बताया की जोगिंद्रा केन्दीय सहकारी बैंक सोलन , जो हिमाचल प्रदेश का एक विश्वसनीय वित्तीय संस्थान और अग्रणी केंद्रीय सहकारी बैंक है , ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। बैंक अब क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट फॉर माइक्रो एंड स्मॉल एंटरप्राइजेज (CGTMSE) के तहत एक पंजीकृत सदस्य ऋणदाता (MLI) बन गया है। इस प्रतिष्ठित मान्यता के साथ, बैंक अब सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) को बिना सिक्योरिटी (कोलेटरल-फ्री) ऋण प्रदान करेगा जिससे यह वाणिज्यिक और निजी बैंकों की तरह उद्यमिता और व्यापार विकास को बढ़ावा देगा।

CGTMSE योजना, जिसे भारत सरकार और भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (SIDBI) द्वारा स्थापित किया गया है, का उद्देश्य MSME क्षेत्र को ऋण गारंटी प्रदान करके वित्त तक आसान पहुंच सुनिश्चित करना है। एक सदस्य ऋणदाता (MLI) बनकर, जोगिंद्रा कोऑपरेटिव बैंक उद्यमिता को बढ़ावा देने, रोजगार सृजन करने और स्थानीय अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

इस सदस्यता के साथ, जोगिंद्रा कोऑपरेटिव बैंक उन चुनिंदा सहकारी बैंकों की श्रेणी में शामिल हो गया है जो कोलेटरल-फ्री ऋण प्रदान कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि यह अब हिमाचल प्रदेश में राज्य सहकारी बैंक के बाद केवल दूसरा सहकारी बैंक है जिसने यह उपलब्धि हासिल की है। यह उपलब्धि बैंक की वित्तीय समावेशन और क्षेत्र के छोटे व्यवसायों को सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता को और मजबूत करती है।

“यह जोगिंद्रा कोऑपरेटिव बैंक के लिए गर्व का क्षण है। CGTMSE का सदस्य ऋणदाता बनने से MSME क्षेत्र को और अधिक वित्तीय सहायता प्रदान करने का अवसर मिलेगा। छोटे और मध्यम उद्यम हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं, और इस सुविधा के माध्यम से, हम उद्यमियों, स्टार्टअप्स और व्यवसायों को बिना संपार्श्विक की बाध्यता के बढ़ने में मदद कर सकते हैं। यह पहल हमारे समुदाय में आर्थिक विकास और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के हमारे मिशन के अनुरूप है।

बैंक के लिए CGTMSE कवर के लाभ:

बिना कोलेट्रल सिक्योरिटी ऋण की सुविधा: MSME: ग्राहकों को बिना किसी कोलेट्रल सिक्योरिटी के ऋण उपलब्ध कराकर बैंक उनकी वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा कर सकता है, जिससे नए व्यवसायों को आरंभ करने में सहायता मिलेगी।जोखिम में कमी: CGTMSE बैंक को ऋण की सुरक्षा प्रदान करता है, जिससे डिफॉल्ट की स्थिति में बैंक को वित्तीय हानि का सामना नहीं करना पड़ता।

ऋण पोर्टफोलियो में वृद्धि: MSME क्षेत्र को वित्तीय सहायता देने से बैंक के ऋण पोर्टफोलियो में वृद्धि होगी, जिससे लाभ और दीर्घकालिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा: छोटे व्यवसायों और स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता देकर स्थानीय अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाया जा सकता है, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

बाजार प्रतिस्पर्धा में मजबूती: CGTMSE सदस्यता के साथ, बैंक प्रतिस्पर्धी वित्तीय उत्पादों की पेशकश कर सकता है, जिससे यह निजी और वाणिज्यिक बैंकों के बराबर आ सकेगा।बैंक की साख और विश्वसनीयता में वृद्धि: CGTMSE कवर से बैंक की विश्वसनीयता बढ़ेगी, जिससे अधिक व्यवसायिक ग्राहक आकर्षित होंगे और बैंक का समग्र प्रदर्शन बेहतर होगा।

वित्तीय समावेशन को बढ़ावा: छोटे और मध्यम स्तर के व्यवसायों को आसानी से ऋण देकर बैंक देश में वित्तीय समावेशन की नीति को सफलतापूर्वक लागू करने में योगदान देगाइस उपलब्धि को संभव बनाने में ग्राहकों, हितधारकों और नियामक निकायों के निरंतर समर्थन के लिए हम आभार व्यक्त करते हैं।”

जोगिंद्रा कोऑपरेटिव बैंक अपने ग्राहकों को नवीन वित्तीय समाधान प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, और यह उपलब्धि सहकारी बैंकिंग में इसकी प्रगति और उत्कृष्टता की गवाही देती है।इस अवसर पर बैंक के प्रबन्ध निदेशक पंकज सूद, डायरेक्टर योगेश भारतीया, संजीव कौशल, विजय ठाकुर, जितेंद्र ठाकुर, डॉ जगदीश शर्मा, हज़ूरा सिंह मौजूद रहे। मुकेश शर्मा  चेयरमैन जोगिंद्रा सहकारी बैंक

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