पांवटा साहिब : झूठे साबित हुए मंत्री के दावे, सिविल अस्पताल को न मिले अतिरिक्त डॉक्टर न मिले रेडियोलॉजिस्ट चार सालों से निजी अस्पतालों में मंहगे दामों पर अल्ट्रासाउंड करवाने को मजबूर गर्भवती महिलाएं

ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी के गृह क्षेत्र के सिविल अस्पताल पांवटा साहिब में पिछले चार साल से रेडियोलॉजिस्ट के आभाव से अल्ट्रासाउंड मशीन धूल फांक रही है। जिससे गर्भवती महिलाओं को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

जानकारी के अनुसार पांवटा साहिब के सिविल अस्पताल पर न केवल आस पास के चार विधानसभा क्षेत्रों के लोग निर्भर करते है बल्कि साथ लगते पड़ोसी राज्य उत्तराखंड व हरियाणा की कई बस्तियों के लोग भी इसी अस्पताल पर निर्भर है। अस्पताल में प्रतिदिन 600-700 ओपीडी है जिसमें बड़ी संख्या गर्भवती महिलाओं की है। जोकि रेडियोलॉजिस्ट के आभाव में निजी अस्पतालों में लूटने को मजबूर है। वही डॉक्टरों की कमिशन फिक्स होने के कारण गरीबों को महंगे अल्ट्रासाउंड करवाने पढ़ रहे हैं वही कमीशन के चक्कर में कुछ डॉक्टर खुश है कि यहां पर रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती ना हो सके वही हल्के से पेट दर्द में भी अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए डॉक्टर लिख देता है क्योंकि हर अल्ट्रासाउंड पर डॉक्टर की कमीशन फिक्स है

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गौर हो की पांवटा साहिब सिविल अस्पताल में सिरमौर के चार विधानसभा क्षेत्र पांवटा साहिब, शिलाई, नाहन व रेणुका जी के साथ साथ पड़ोसी राज्य उत्तराखंड व हरियाणा के सैकड़ों लोग सिविल अस्पताल में उपचार करवाने आते है जिसमें गर्भवती महिलाओं की अधिक संख्या होती है।

जिसको देखते हुये 8 वर्ष पहले प्रदेश सरकार ने गर्भवती महिलाओं की सुविधा के लिये अस्पताल में करोड़ो रूपये की लागत से अल्ट्रासाऊंड मशीन लगाई थी तथा महिलाओं के निशुल्क अल्ट्रासाऊंड किये जा रहे थे। लेकिन चार साल पहले सिविल अस्पताल पांवटा साहिब के रेडियोलॉजिस्ट का तबादला हो गया था। जिसके बाद से पांवटा साहिब अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट का पद खाली होने के कारण करोड़ों रूपये की लागत से लगी अल्ट्रासाऊंड मशीन धूल फांक रही है। जिससे  क्षेत्र के गरीब लोगों को निजी अस्पतालों में 600 से 700 रूपये खर्च कर अल्ट्रासाऊंड करना पड़ रहा है।

 

सिरमौर नागरिक कल्याण सभा के अध्यक्ष आर एम रमौल ने बताया की पांवटा साहिब सिविल अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट के खाली पद के बारे में कई बार विभाग व सरकार को पत्र लिखकर अवगत करवाया गया है लेकिन अभी तक इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है जिस कारण गरीब लोगों को निजी अस्पतालों में लूटने को मजबूर होना पड़ रहा है।

क्या कहते ही जिला चिकित्सा अधिकारी।

जिला चिकित्सा अधिकारी संजीव सहगल ने बताया की पांवटा साहिब सिविल अस्पताल मे रेडियोलॉजिस्ट के तैनाती के ओड़र हुए थे लेकिन अभी तक रेडियोलॉजिस्ट ने ज्वाईनिंग नहीं की है।

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