जवाबी नोटिस में मनीष तोमर ने पावंटा भाजपा मंडल अध्यक्ष पर ही उठाये गम्भीर सवाल

विधानसभा क्षेत्र पोंटा साहब से टिकट की दावेदारी सार्वजनिक तौर पर करने से भाजपा मंडल पावंटा द्वारा मनीष तोमर को प्रेषित नोटिस के जवाब में मनीष ने मंडल अध्यक्ष को ही कई आरोपों से घेरा है।

मीडिया में वायरल जवाबी नोटिस में मनीष तोमर ने मंडल अध्यक्ष को उल्टे पार्टी की नीति व नियमों का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि वह व्यक्ति विशेष को टारगेट कर कार्रवाई कर रहे है। जबकि उनकी खुद की कार्यप्रणाली संदेहास्पद रही है।

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मनीष तोमर ने आरोप लगाया है कि नगर परिषद पावंटा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को जिताने के लिए उन्होंने काम किया, जिस के चलते पार्टी प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा।

मनीष तोमर ने जवाबी नोटिस में कहा है कि आपके द्वारा मुझे दिनांक 16/07/2022 को कारण बताओ नोटिस/पत्र प्राप्त हुआ। जिसमें मुझ पर पार्टी व संगठन से टिकट मांगने की एवज में जो आरोप लगाये हैं वो निश्चित रूप से एक व्यक्ति विशेष के लिए टिकट आवंटन के समय कोई व्यवधान पैदा न हो इसलिए घमंड से ओत-प्रोत भाषा का प्रयोग करते हुए यह पत्र/नोटिस भेजा गया है।

जबकि भाजपा के संविधान के अनुसार टिकट मांगने का अधिकार प्रत्येक सामान्य से सामान्य कार्यकर्ता का होता है। दूसरा आपका चुनाव बतौर मण्डल अध्यक्ष ही विवादास्पद व संदेहजनक रहा है। आपकी भाषाशैली व
तानाशाहीपूर्ण व्यवहार आम कार्यकर्ता को पार्टी से दूर करता जा रहा है।

आपको भाजपा संघटन की परिभाषा का भी शायद ज्ञान नहीं है, क्योंकि आपने तो पार्टी द्वारा चयनित मुख्यमंत्री एवं प्रांत संगठन मंत्री माननीय पवन राणा को भी अपशब्द कहकर सम्बोधन किया था जो जग जाहीर है।

अध्यक्ष जी, आपने पार्टी के सम्मानित पद पर होते हुए भी पार्टी द्वारा घोषित नगर पालिका के चुनाव में कांग्रेसी परिवार के प्रत्याशी को चुनाव में जिताने के लिए पार्टी के प्रत्याशी को हरवाने में अहम भूमिका निभाई थी। जिसकी वजह से पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा।

मान्यवर, अच्छा होता की हम जैसे निष्ठावान कार्यकर्ताओं पर प्रश्नचिन्ह लगाने से पहले आप स्वयं संघठन का ज्ञान हासिल करे, जो की पार्टी व संगठन के हित में होगा।

मनीष तोमर ने कहा कि जनसम्पर्क के लिए जनता के बीच मे जाऊँ। हमारी स्थानीय भाषा मे ऊपर शब्द का अभिप्राय गिरिपार की आंजभोज
क्षेत्र से है, आपको हमारी भाषा का पूर्ण ज्ञान नहीं है। क्योंकि आप मूलतः सढौरा (हरियाणा) से विस्थापित होकर आये हैं।

आपकी व नेतृत्व की ज़िम्मेदारी बनती है कि पार्टी को पांवटा में मजबूत करे या फिर संजय राऊत बन कर पार्टी को पांवटा मे हाशिये पर लेकर जाना है।

जवाबी नोटिस की प्रति मंडल अध्यक्ष अरविंद गुप्ता के अलावा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश सरकार शिमला, संगठन महामंत्री हिमाचल प्रांत-शिमला व जिला अध्यक्ष भाजपा सिरमौर नाहन को भी प्रेषित की गई है।

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