गत दिवस एक अफवाह फिर दोबारा शहर में उड़ाई गई की माइनिंग टीम के साथ हाथापाई कर खनन माफिया फरार हो गया है गत दिवस भी वेबसाइट द्वारा झूठी खबर प्रकाशित की गयी की थी की जिला खनन अधिकारी सरित चंद्र व उनकी टीम पर हमला किया गया है | जबकि सच्चाई कुछ और है असल में माइनिंग अधिकारी सरित चंद्र ने अपनी टीम व पुलिस की सहायता से उत्तराखंड के खनन माफिया को हिमाचल में खनन करते धर दबोचा जिनमें 2 लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है वहीं एक आरोपी गाड़ी लेकर भागने में सफल हो गया | इस मामले में माइनिंग इंस्पेक्टर मंगतराम की शिकायत पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 379 माइनिंग एक्ट की धारा 21 के तहत मामला दर्ज किया है यानी कि केवल अवैध खनन करने पर चोरी की धाराएं लगाई गई है |
यदि किसी अधिकारी के साथ हाथापाई हुई होती तो इसमें अन्य धाराओं में मामला दर्ज होता वही पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि माइनिंग टीम की तरफ से कोई भी मारपीट हाथापाई की शिकायत नहीं दी गई है | वही इस मामले में आज माइनिंग टीम ने पुलिस ने बयान दर्ज करवाए है कि ये खबरे जूठी है कि उनके साथ हाथपाई हुई है | यह सब ईमानदारी से काम कर रहे माइनिंग विभाग व उनके अधिकारियों पर दबाव बनाने की नियत से किया जा रहा है | गौरतलब है कि इससे पूर्व भी खनन विभाग को लेकर वेबसाइट पर जूठी खबरें प्रकाशित की गई थी जो कि केवल विभाग व अधिकारियो को बदनाम करने के लिए लिखी जा रही थी मैं इस बार भी खनन विभाग को लेकर झूठी खबरें प्रकाशित की है जिसका खंडन स्वयं जिला खनन अधिकारी सरित चंद्र की टीम ने किया है |
पुलिस ने महफूज अली निवासी विकासनगर व जावेद निवासी विकास नगर को गिरफ्तार कर लिया है तथा एक आरोपी फरार है वहीं इस मामले में तीन गाड़ियों को जप्त कर लिया गया है जबकि एक गाड़ी की तलाश की जा रही है गौरतलब है कि पावटा साहिब के सिंघपुरा इलाके में पुलिस ने व माइनिंग टीम ने इस सारी कार्रवाई को अंजाम दिया था | आरोपियों को आज कोर्ट में पेश किया गया जहा से आरोपियों को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है | मामले की पुष्टि डी एस पी सोमदत ने की है |