बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओं कार्यक्रम के तहत गत दिनों शिलाई के गिरनौल में आयोजित जन मंच कार्यक्रम के दौरान आठ कन्याओं के अभिभावकों को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ0 राजीव सहजल द्वारा बधाई पत्र और उपहार के साथ सम्मानित किया गया , जोकि जन मंच कार्यक्रम में आए लोगों को संवेदनशीलता एंव मानवीयता का एक बहुत ही जीवन्त उदाहरण देखने को मिला ।
डॉ0 सहजल द्वारा गत मई मास में जन्मी सात कन्याओं में भटनोल की महक और ऐजल, भटवाड़ गांव की काव्यांशी, नावना गांव की सारांशी और अदिति, काण्डो भटनोल गांव की कृतिका तोमर दूधवानी गांव की कुमारी गुडिया और गांव भुगाड़ी की बेबी के माता-पिता को सम्मानित किया गया । जबकि बेटी है अनमोल कार्यक्रम के तहत काण्डो भटनोल गांव की निर्धन परिवार की कन्या कृतिका तोमर को दस हजार की बैंक एफडीआर प्रदान की गई । जिला प्रशासन द्वारा नवजात कन्याओं के सम्मान में जन मंच कार्यक्रम में सामूहिक भोज का भी आयोजन किया गया जिसका सभी लोगों द्वारा भरपूर आन्नद लिया गया ।
इस अवसर पर उपायुक्त सिरमौर ललित जैन ने कहा कि सिरमौर जिला की कम महिला लिंगानुपात वाली पंचायतो में लोगों को बेटी के महत्व के बारे जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा ताकि समाज में कन्या भ्रूण हत्या जैसे जघन्य अपराध पर अंकुश लग सके ।
उपायुक्त ने बताया कि सिरमौर में कन्या शिशु लिंगानुपात 928 प्रति हजार है जोकि चिन्ता का विषय है। उन्होने कहा कि लोगों को बेटी के प्रति सकारात्मक रवैया अपनाना चहिए और बेटा- बेटी का समान रूप से पालन पोषण करना चाहिए ताकि बेटी में हीन भावना उत्पन्न न हो। उन्होने कहा कि पुरूष प्रधान समाज होने के कारण विशेषकर बेटियों को ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा एवं अन्य मूलभूत अधिकारो ंसे वंचित रखा जाता है जोकि एक स्वस्थ समाज की परंपरा नहीं हैं क्योंकि बेटियों से ही समाज चलता है । उन्होने कहा कि लोगों को अपनी सोच में बदलाव लाना होगा तभी समाज में महिला लिंगानुपात में वृद्धि होगी।
जैन ने लोगों का आहवान किया कि वह अपनी बेटियों को अशिक्षित न रखे बल्कि प्रदेश सरकार द्वारा बेटियों को सरकारी स्कूलों में निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जा रही है । उन्होने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में लड़कियां हर क्षेत्र में पुरूषों से आगे बढ़ रही है । उन्होने कहा कि यह गौरव का विषय है कि डिग्री कॉलेज शिलाई में छात्राओं की संख्या 60 प्रतिशत से अधिक है जिससे प्रतीत होता है कि लोग अब रूढ़िवादिताओ और अंधविश्वासों को तिलांजलि देकर अपनी बेटियों को उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए कॉलेज में भेज रहे है । उन्होने कहा कि बेटी के शिक्षित होने से दो परिवार शिक्षित होते हैं ।
इस मौके पूर्व विधायक बलदेव तोमर, पुलिस अधीक्षक रोहित मालपानी, अधीक्षण अभियंता विद्युत उप्रेती, एसडीएम पांवटा एलआर वर्मा, एसडीएम शिलाई योगेश चौहान , वन अरण्यपाल बीएल नेगी सहित जिला स्तर के सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे ।