होला मोहल्ला के उत्सव पर शुक्रवार रात को गुरुद्वारा पांवटा साहिब में कवि दरबार सजाया गया इस दरबार में हिमाचल प्रदेश, अन्य राज्यों और विदेश से भी कवियों ने शिरकत की. इन सभी ने गुरु की महिमा का बखान करती अपनी रचनाएं प्रस्तुत की। कवि दरबार शुक्रवार देर शाम शुरू हुआ और शनिवार सुबह समाप्त हुआ जिसमें विभिन्न राज्यों के 30 से ज्यादा कवियों ने शिरकत की।
बता दे कि गुरु गोविंद सिंह जी को कविताएं लिखने का बड़ा शौक था. वह अक्सर पूर्णिमा पर यहां रहते हुए यमुना नदी के किनारे कवि दरबार सजाया करते थे. इस दरबार में हर धर्म के कवि शिरकत कर अपनी रचनाएं प्रस्तुत करते थे. तब से यहां पर हर आयोजन के दौरान विशेष कवि दरबार जरूर लगाया जाता है। इस दौरान पड़ोसी राज्यों के कवियों ने बताया कि ऐतिहासिक गुरुद्वारा पांवटा साहिब में हमेशा कवियों का सम्मान किया जाता है और गुरु गोविंद सिंह जी को भी कवि पसंद थे उन्होंने यमुना के किनारे 52 कवियों के साथ कई रचनाएं लिखी थी उनके द्वारा लिखी गई रचनाएं आज भी कभी सुनाते हैं।
इस दौरान पांवटा पुलिस मैदान में होला मोहल्ला की भी धूम रही भारी संख्या में लोगो ने मेले का आनंद लिया। इस दौरान मेला मैदान में लगे झूलो को झूलने के लिए लोगो की खाफी भीड़ रही। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी मनैजर जागीर सिंह व गुरमीत सिंह ने बताया कि ऐतिहासिक गुरुद्वारा पांवटा साहिब मैं वर्ल्ड का पहला कवि दरबार नामक स्थान बनाया गया यहां पर हजारों की तादात में संगत कवि दरबार में पहुंचकर कवियों की कथाएं सुन सकते है।