पांवटा साहिब में अवैध खनन रोकने गए वन विभाग के गार्ड पर जानलेवा हमले के आरोपियों को पुलिस ने 24घंटे के भीतर दबोच लिया है।पांवटा साहिब और उत्तराखंड पुलिस ने बुधवार उत्तराखंड से इनके घर से गिरफ्तार किया है। हालांकि इस दौरान पुलिस की टीम पर गांव वालों ने पथराव भी किया। इस दौरान उत्तराखंड पुलिस के वाहन को आंशिक नुकसान पहुंचाया है। पुलिस ने इस मामले में इसरान (30) और फिरोज (27) पुत्र निरासत निवासी पुल नंबर एक डाक्टरगंज विकास नगर और मनोज कुमार (29) पुत्र बलिराम निवासी पुल नंबर एक डाक्टरगंज विकास नगर को गिरफ्तार किया है।पुलिस ने इनके कब्जे से घटना के दौरान प्रयोग ट्रैक्टर को भी बरामद कर लिया है।
आरोपियों की पकडऩे के लिए पुरुवाला थाना प्रभारी विजय रघुवंशी ने एक टीम गठित की। इसमें सिंघपुरा चौंकी इंजार्च एएसआई बालाराम, एएसआई इंद्र कुमार, मुख्य आरक्षी विनय, मुख्य आरक्षी राजेंद्र, कांस्टेबल अजय, कांस्टेबल सुरेंद्र, मुख्य आरक्षी तरसेम सिंह, कांस्टेबल हर्ष कपूर, एचएएसआई धनवीर सिंह शामिल रहे। पुलिस ने घटना के तुरंत बाद ही इस मामले में कार्रवाई शुरू कर की और फोरेस्ट गार्ड धनवीर सिंह की निशानदेही पर उत्तराखंड में जाकर इन आरोपियों गिरफ्तार किया।
बीते मंगलवार को भंगानी रेंज की यमुना बीट में अवैध खनन की सूचना पर वन रक्षक धनवीर सिंह अपनी टीम के साथ यमुना में कार्रवाई के लिए पहुंचे। इस दौरान इन आरोपियों ने टीम पर पथराव कर दिया और ट्रेक्टर में मौके से फरार हो गए। इस हमले में वन रक्षक के सिर पर एक पत्थर लगा तथा उनके सिर पर आंख के पास गंभीर चोट लग गई।
एसपी अजय कृष्ण शर्मा ने बताया कि वन रक्षक पर जानलेवा हमले करने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने उत्तराखंड के विकास नगर से उनके घर से गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि इन आरोपियों से पूछताछ की जाएगी कि अवैध खनन के इस धंधे में और कौन-कौन लोग शामिल हैं।












