गत दिवस शहर के Y पॉइंट पर खंडा स्थापित किया गया गुरुद्वारा साहिब श्री पांवटा साहिब पातशाही 10 वी को जाने वाले मेन रास्ते के बीच खंडा स्थापित कर दिया गया है | इस मोके पर भारी मात्रा में सिख संगत एकत्रित हुई व अरदास के बाद खंडा साहिब को एक बड़ी क्रेन की सहायता से स्थापित किया गया | व इस अवसर पर कड़ा प्रशाद की देग की गयी व लड्डू भी बांटे गये गोरतलब है कि ये खंडा बाहर से आने वाले लोगो को से गुरुद्वारे के रास्ते की और इशारा करेगा | सिख संगत में इस खंडा को स्थापित करने पर ख़ुशी प्रकट की है |
खंडा चिन्ह एक सिख धार्मिक, सांस्कृतिक, एवं ऐतिहासिक चिन्ह है जो कई सिख, धर्म एव वष्वदर्षण, सिद्धांतों को ज़ाहिर रूप से दर्शाता है। यह “देगो-तेगो-फ़तेह” के सिद्धान्त का प्रतीक है एवं इसे चिन्हात्मक रूप में पेश करता है। यह सिखों का फ़ौजी निशान भी है, विशिष्ट रूप से, इसे निशान साहिब (सिखों का धार्मिक ध्वज) के केंद्र में देखा जा सकता है। इसमें चार शस्त्र अंकित होते हैं: एक खंडा, दो किर्पन और एक चक्र। खंडा की एक वेशेष पहचान यह भी है की वह धार्मिक सिद्धांतों के साथ-साथ शक्ती एवं सैन्य-ताक़त का भी प्रतीक है। इसी लिये इसे खालसा के निशान के रूप में भी इसे प्रदर्षित किया जाता था। एक दोधारी खंडे(तलवार) को निशान साहिब के कलश की तरह भी इस्तमाल किया जाता है।