(नीना गौतम ) कुल्लू में एबीवीपी ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अस्पताल से 8 डॉक्टरों के तबादलों के विरोध में एबीवीपी ने सरकार व स्थानीय मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मंत्री जी एक काम करो घर में बैठकर आराम करो जैसे नारों से कुल्लू शहर गूंज उठा।
जिला कुल्लू के मुख्यालय स्थित क्षेत्रीय अस्पताल से 8 डॉक्टरों के तबादलों को लेकर जहां कांग्रेस ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भी प्रदेश सरकार के मुखर हो गई है। ढालपुर के क्षेत्रीय अस्पताल में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों द्वारा डॉक्टरों की तबादलों को लेकर धरने प्रदर्शन का आयोजन किया और सरकार के प्रति भी अपनी नाराजगी जाहिर की। इस दौरान युवा कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदेश सरकार मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए। यह जिला कुल्लू में पहला मौका है जब एबीवीपी के छात्रों ने कॉलेज की समस्याओं के अलावा किसी अन्य समस्या को लेकर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है।
छात्रों को संबोधित करते हुए प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य महेंद्र ठाकुर ने कहा कि जिला कुल्लू का क्षेत्रीय अस्पताल सिर्फ कुल्लू ही नहीं बल्कि मंडी लाहौल स्पीति व पांगी की जनता को स्वास्थ्य सुविधा देता है। सर्दियों का मौसम सर पर है और अब कई रास्ते भी बर्फबारी के कारण यहां बंद पड़ जाते हैं। तो ऐसे में लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए एकमात्र कुल्लू अस्पताल पर ही निर्भर रहना पड़ता है। महेंद्र ठाकुर का कहना है कि डॉक्टरों के तबादलों के चलते अब कुल्लू अस्पताल आने वाले मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
घाटी के ग्रामीण इलाकों से मरीज सुबह ही कुल्लू अस्पताल इलाज के लिए आ रहे हैं लेकिन यहां पर उन्हें सिर्फ निराशा ही हाथ लग रही है। ऐसे में प्रदेश सरकार को जल्द से जल्द तबादला आदेशों को निरस्त करना चाहिए और मरीजों की सुविधा के लिए डॉक्टरों की व्यवस्था करनी चाहिए। महेंद्र ठाकुर ने कहा कि अगर जल्द ही सरकार ने कुल्लू अस्पताल में डॉक्टरों की तैनाती नहीं की तो सरकार को जिला की जनता के रोष का सामना करना पड़ेगा।