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हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के अखाड़ा बाजार में बुधवार को दो जगह हुए भयंकर भूस्खलन ने कई जिंदगियों को खत्म कर दिया। दो घरों पर हुए भूस्खलन से कई लोग मलबे में दफन हो गए। जिनकी एनडीआरएफ लगातार तलाश में जुटी हुई है। आज शनिवार सुबह एक बार फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया, जिसमें अब तक तीन और शव मलबे से बरामद किए गए हैं। इस प्रकार, कुल बरामद शवों की संख्या आठ हो चुकी है, जबकि कुछ लोग अब भी लापता हैं।
आज तीन की कश्मीरी युवकों की मिली देह
शनिवार तड़के से चलाए जा रहे इस बचाव अभियान में जिन तीन शवों को निकाला गया, उनकी पहचान कश्मीर के रहने वाले वेकर अहमद, ताहिर और हुसैन के रूप में हुई है। ये सभी युवक मजदूरी और काम के सिलसिले में कुल्लू आए थे और भूस्खलन की इस भयावह घटना का शिकार हो गए।
बेकर अहमद जो महज आठ दिन पहले ही कुल्लू आया था, आखाड़ा बाजार की सब्ज़ी मंडी के पास स्थित एक चिकन कॉर्नर में काम करता था। वह कुपवाड़ा निवासी फरीद के साथ एक किराए के कमरे में रह रहा था। बुधवार को जब अचानक भूस्खलन हुआ, तो उनका कमरा मलबे में दब गया। फरीद किसी तरह खिड़की के रास्ते बाहर निकलने में सफल रहा, लेकिन बेकर और उनके साथ उसी मकान में रह रहे एनडीआरएफ के जवान नरेंद्र मलबे में फंस गए। रेस्क्यू टीम की लगातार कोशिशों के बाद शनिवार को बेकर का शव मलबे से निकाला गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, जबकि एनडीआरएफ जवान नरेंद्र की तलाश अब भी जारी है।
वहीं अखाड़ा बाजार में दो घरों पर हुए भूस्खलन 10 लोग दब गए थे। इस घटना के बाद अब तक एनडीआरएफ की टीम छह शव बरामद कर चुकी है। इनमें कश्मीर के रहने वाले सज्जाद अहमद, अब्दुल रशीद, मेहराज, ताहिर, हुसैन और एक स्थानीय महिला शामिल हैं। मेहराज का शव गुरुवार को ही निकाला गया था और अस्पताल ले जाने पर उसे मृत घोषित किया गया।
गुलजार नामक एक अन्य युवक अब भी लापता है, और उसकी तलाश जारी है। इस घटना में घायल तीन लोगों का इलाज स्थानीय अस्पताल में चल रहा है। सभी मृतक और घायल युवक जम्मू.कश्मीर के रहने वाले थे और कुल्लू में विभिन्न मजदूरी कार्यों में लगे हुए थे।
शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद तीन शवों को चंडीगढ़ एयरपोर्ट भेजा गया, जहां से उन्हें एयरलिफ्ट कर श्रीनगर पहुंचाया गया। शेष तीन शव इस समय ढालपुर अस्पताल में रखे गए हैं। कुल्लू के एसडीएम निशांत ठाकुर ने जानकारी दी कि शवों को गाड़ी के माध्यम से चंडीगढ़ एयरपोर्ट भेजा गया, जहां से इन्हें वायुसेना की मदद से श्रीनगर भेजा गया। आज सुबह ये शव श्रीनगर पहुंच चुके हैं।
घटना के बाद से ही स्थानीय प्रशासनए एनडीआरएफ और पुलिस विभाग की टीमें मौके पर तैनात हैं। कठिन भू.भौगोलिक स्थितियों के बावजूद रेस्क्यू ऑपरेशन बिना रुके चल रहा है। मलबे में दबे लोगों की तलाश के लिए आधुनिक उपकरणों और मशीनों की मदद ली जा रही है।
स्थानीय लोगों में भय और शोक का माहौल
लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन की घटनाओं ने स्थानीय लोगों में दहशत फैला दी है। प्रशासन ने आसपास के संवेदनशील क्षेत्रों को खाली कराने का निर्देश दे दिया है। कई घरों को अस्थायी रूप से खाली करवा दिया गया है, और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।