(धनेश गौतम )लाहुल-भरमौर में अगस्त माह में बर्फबारी हुई है और कुल्लू-मंडी में भारी बारिश से तबाही मची है। भारी वर्षा से 60 सड़कें व 16 मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं जबकि दो लोगों की मौत हो गई है चंडीगढ़-मनाली हाई-वे सहित सभी मार्ग बंद हुए हैं और जनजीवन पूरी तरह ठप हो गया है। नदी-नाले उफान पर है और लोगों में भय व दहशत का माहौल है। जिला में हाई अलर्ट जारी है और स्कूलों में खतरे को भांपते हुए सोमवार को अवकाश की घोषणा की गई है।
कुल्लू जिला में शक्रवार रात्रि से लगातार भारी बारिश के कारण सड़कों,पुलों व आवासीय परिसरों को काफी नुकसान पहुंचा है। उपायुक्त डॉ. ऋचा वर्मा ने बताया कि जिला में कुल 60 सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं। 16 मकानों को भारी नुकसान पहुंचा है और दो लोगों की मौत भी हुई है जिनमें एक बंजार के जीभी में तथा दूसरा व्यक्ति रोहतांग की ओर घोड़े का चरवाहा शामिल हैं। ऋचा वर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन व चट्टानें गिरने के कारण मंडी की ओर बंद हो गया है और यातायात को वाया कटौला बहाल करने का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है। मनाली की ओर भी मुख्य मार्ग अनेक जगहों पर क्षतिग्रस्त होने तथा ल्हासे गिरने के कारण बंद हो गया है और यातायात को लेफ्ट बैंक से बहाल किया जा रहा है।
उपायुक्त ने बताया कि जिला में सभी एसडीएम तथा राजस्व अधिकारियों को फील्ड में रहकर स्थिति पर लगातार नजर रखने तथा राहत व बचाव के कार्यों की निगरानी करने को कहा गया है। सभी अधिकारी फील्ड में हैं और नुकसान का जायजा लिया जा रहा है। भारी वर्षा के चलते तथा संपर्क मार्गों के क्षतिग्रस्त होने के कारण बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिला दंडाधिकारी डा. ऋचा वर्मा ने जिला के सभी सरकारी व निजी शिक्षण संस्थानों को सोमवार यानि 19 अगस्त को बंद रखने की अधिसूचना जारी की है।
उन्होंने कहा कि जिला के अनेक भागों में नदी-नालों का जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है और बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि ह,इसलिए अवकाश की घोषणा की गई है। भारी बरसात के बीच जब सड़कों को चारों ओर से खतरा मंडरा रहा था,तो ऐसे में डीसी ऋचा वर्मा स्वयं फील्ड में उतरी और अखाड़ा स्थित बेली पुल से लेकर जहां तक मुख्य राजमार्ग खुला था, उन्होंने बारीकी से स्थिति का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को बहाली के कार्य करने को कहा। राष्ट्रीय राजमार्ग पर जगह-जगह पत्थर गिर रहे थे और ऐसे में वाहन चलाना सीधे मौत को चुनौती देने जैसा था।
डीसी जगह-जगह पर स्थानीय लोगों तथा सैलानियों को सतर्क करती नजर आईं। स्थानीय लोग व पर्यटक ब्यास का मंजर देखने के लिए नदी के समीप जा रहे थ,लेकिन डीसी ने चेतावनी देते हुए सभी जगहों से लोगों को हटाया ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो। ब्यास कुंड ट्रेकिंग के लिए रवाना हुए एक विदेशी महिला सहित 25 सैलानी बकारथाच में फंसे हुए थे। इन पर्यटकों के पास खाने को भी कुछ नहीं था और गाईड भी साथ नहीं लेकर गए थे। एडवेंचर कंपनी के स्टाफ व स्थानीय लोगों की मदद से सभी पर्यटकों को सुरक्षित मनाली पहुंचाया गया।