नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन करने का दावा करने वाली सरकार कर्मचारियों को वेतन भी नहीं दे पा रही है। आलम यह है कि कर्मचारी सड़कों पर उतरने को मजबूर हैं। जहां कांग्रेस सरकार को कर्मचारियों से किए गए और वादे पूरे करने की बात थी वहीं अब सरकार उन्हें वेतन के लिए भी परेशान कर रही है। जिसके कारण आज कई विभाग के लोग धरना देने पर मजबूर हैं। यदि इसी तरह से चलता रहा तो आम लोगों को तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सरकार बिजली बोर्ड समेत अन्य विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों के वेतन को अविलंब जारी करे। इस तरह का व्यवस्था परिवर्तन प्रदेश को स्वीकार नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बिजली बोर्ड के कर्मचारियों के भुगतान लंबे समय से लंबित है। मार्च के बाद से न तो एरियर मिले हैं और नहीं रिटायर हुए कर्मियों को ग्रैच्युटी मिल पाई है। जिस कारण लोग परेशान हो रहे हैं। सरकार को इन चीजों का भी ध्यान देना चाहिए। इतने लंबे समय तक लोगों के भुगतान न होने के कारण लोगों को भटकना पड़ रहा है। जिन्होंने लंबे समय तक प्रदेश की सेवा की थी उनका रिटायरमेंट के बाद अपने हक़ के लिए इस तरह से भटकना दुःखद है। सरकार किसी भी काम गंभीरता से नहीं ले रही है। जयराम ठाकुर ने कहा कि सुक्खू सरकार जनता के सरोकारों से दूर हो गई है। विकास के कार्यों से कोई लेना देना नहीं हैं। विकास के सारे काम ठप पड़े हैं। गारंटियों के नाम सरकार एकदम ख़ामोश है। नए संस्थान खोलने की बजाय पुराने संस्थान बंद किए जा रहे हैं। क़ानून-व्यवस्था पर सरकार का नियंत्रण नहीं है।