Khabron wala
जिंदगी और मौत के बीच चार दिनों तक चली एक हृदय विदारक जंग देर रात समाप्त हो गई। मंडी तेजाब कांड की शिकार हुई ममता ठाकुर ने पीजीआई अस्पताल में अंतिम सांस ली। इस जघन्य वारदात ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया था, जहां ममता को उसके ही पति ने तेजाब से जला दिया था और फिर पहली मंजिल से नीचे धकेल दिया था।
मौत से पहले की आखिरी इच्छा
पीड़ा से जूझ रही ममता की हालत चार दिनों से बेहद नाजुक थी। डॉक्टरों ने उन्हें ट्रॉमा सेंटर की बर्न यूनिट में रखा था, लेकिन 50% से अधिक जलने और जबड़ा टूटने जैसी गंभीर चोटों के कारण उन्हें बचाया नहीं जा सका। अपनी मृत्यु से पहले, ममता ने एक मार्मिक इच्छा व्यक्त की: उन्होंने अपने ससुराल पक्ष में अंतिम संस्कार न करने की बात कहते हुए, हनुमान घाट मंडी में ही उन्हें अग्नि देने का आग्रह किया।
अब हत्या का मामला
यह भयानक घटना शनिवार शाम को आपसी विवाद के बाद हुई थी, जब ममता के पति नंद लाल ने उन पर तेजाब फेंका और उन्हें धक्का दिया। पहले पुलिस ने यह मामला ‘हत्या के प्रयास’ के तहत दर्ज किया था, लेकिन अब ममता ठाकुर की मौत के बाद, आरोपी पति पर भारतीय दंड संहिता की हत्या (Murder) की संबंधित धाराएं जोड़ी जाएंगी।
मंडी शहरी चौकी के हेड कांस्टेबल मनोज ठाकुर ने निधन की पुष्टि करते हुए बताया कि उनके परिवार ने देर रात इसकी सूचना दी है। पुलिस अब शव का पोस्टमार्टम करवाकर आगे की कानूनी प्रक्रिया पूरी करेगी, ताकि मृतका की आत्मा को न्याय मिल सके।










