राज्य सरकार ने इस वर्ष मॉनसून के दौरान प्रदेश को हुए नुकसान व क्षति की रिपोर्ट अतिरिक्त सूचना सहित अन्तर मंत्रालय केन्द्रीय टीम को भारत सरकार से वित्तीय सहायता की संस्तुति के लिए प्रस्तुत की है।अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व मनीषा नन्दा ने आज यहां बताया कि राज्य सरकार ने अन्तर मंत्रालय टीम को सूचित किया है कि राज्य को इस वर्ष बरसात के दौरान 1994 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग को सड़कों तथा पुलों की क्षति का प्रमुख रूप से नुकसान पहुंचा है। इस पर कुल क्षति 881.24 करोड़ रुपये की आंकी गई है। कृषि विभाग को 151.98 करोड़, बागवानी विभाग को 441.83 करोड़, कृषि तथा बागवानी भूमि को 16.03 करोड़ रुपये, मत्स्य विभाग को 6.76 करोड़ रुपये, आवासीय क्षेत्र के लिए 43.03 करोड़, सामुदायिक परिसम्पत्तियों (शहरी विकास) को 34.46 करोड़, सिचांई एवं जन स्वास्थ्य को 430.04 करोड़, राज्य विद्युत बोर्ड को 53.50 करोड़, पशुपालन विभाग को 10 लाख तथा शिक्षा क्षेत्र को 11.77 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इसके अलावा मवेशियों का 87 लाख का नुकसान हुआ जबकि अनुग्रह राशि पर 13.72 करोड़ रुपये व्यय किए गए। भारी बरसात से बाढ़, भू-स्खलन, बादल फटने तथा सड़क दुर्घटनाओं में 343 लोगों ने अपनी जानें गवाइंर्।मनीषा नन्दा ने कहा कि अन्तर मंत्रालय केन्द्रीय दल ने राज्य के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और राज्य सरकार को बरसात के दौरान क्षति और नुकसान के संबंध में अतिरिक्त सूचना प्रस्तुत करने को कहा था।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने भी अन्तर मंत्रालय केन्द्रीय टीम के साथ मण्डी प्रवास के दौरान बैठक की और राज्य को केन्द्र सरकार से अधिक से अधिक वित्तीय सहायता प्रदान करने की संस्तुति करने का आग्रह किया और बताया कि बरसात के दौरान राज्य को भारी नुकसान पहुंचा है जो पिछले दस वर्षों में सबसे अधिक है।