मानसिक रोगी वीरू सड़कों पर इधर-उधर घूमता रहता था। बाल व दाढ़ी बढ़ चुकी थी। कपडे़ फटे हुए पहनता था। अचानक ही मंगलवार को चंबा पुलिस की गश्त के दौरान बाजार में घूम रहे मानसिक रोग से पीडि़त वीरू पर पड़ गई। दयनीय स्थिति देखकर पुलिस कर्मियों का कलेजा पसीज गया। तुरंत ही वीरू के नाम से पहचाने जाने वाले शख्स को सिटी चौकी लाया गया। नहलाने-धुलाने के साथ ही हजाम को बुलाकर कटिंग करवाई गई।
गंदगी से मुक्त करने के बाद साफ-सुथरे कपडे़ पहनाकर भरपेट खाना भी खिलाया गया। आप यह जानकर हैरान हो जाएंगे कि जब वीरू के चेहरे पर मुस्कान आई तो हर कोई पुलिस कर्मियों की अतुलनीय मानव सेवा की प्रशंसा करने लगा। साथ ही पुलिस कर्मियों ने लोगों को यह भी संदेश देने का प्रयास किया है कि हरेक मनुष्य को अपने जीवन में मानवता की सेवा में योगदान देना चाहिए।
एक तरफ जहां पुलिस कर्मियों को मामूली सी चूक पर लोगों की बड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ता है, वहीं यही पुलिस कर्मी हैं, जो मानवता की मिसाल देकर प्रशंसनीय कार्य कर रहे हैं। अमूमन आम लोग ऐसे मानसिक रोगी को देखकर उसके नजदीक जाना पसंद नहीं करते, वहीं वीरू को मिली सेवा सही मायने में हरेक व्यक्ति के लिए प्रेरणादायक है।
चौकी प्रभारी शहर चबा व उनके सहयोगियों ने यह काम करके मानवता की एक मिसाल पेश की है जो हर मनुष्य को अपने जीवनकाल में करनी चाहिए।