हिमाचल प्रदेश के सोलन और पांवटा साहिब के मत्स्य फार्मर्स ने रोपड़ फिश फार्मिंग केंद्र में जाकर मछली के नए बीज को तैयार करने के गुर सीखे।
इस दौरान नालागढ़ मत्स्य पालन विभाग राजिंदर पाॅल और पांवटा साहिब के सब इंस्पेक्टर तेजिंदर सिंह ने बताया कि नालागढ़ , सोलन और पांवटा साहिब के एक दर्जन के करीब मत्स्य पालकों द्वारा मछली की नए बीज तैयार करने और हैचरी बनाने के गुण सीखें इस दौरान रोपड़ के कटली फिश फार्मिंग सेंटर में सुपरीटेंडेंट तजिंदर कौर ने मत्स्य पालकों को मछली के नए बीज तैयार करने और उनको बेहतरीन तरीके से पालने को लेकर कई जरूरी और अहम जानकारियां दी ।
इस दौरान उन्होंने कई दवाओं के बारे में बताया जिससे पानी को साफ़ रखा जा सके और मछलियों में होने वाली बीमारियों को भी कम किया जा सकता है।
वहीं पांवटा साहिब के मत्स्य पालन विभाग के सब इंस्पेक्टर तेजिंदर सिंह ने बताया कि पांवटा साहिब से भी कई मत्स्य पालक रोपड़ पहुंचे थे जहां पर उन्होंने मछली पालन के दौरान आने वाली समस्याओं के समाधान की जानकारियां प्राप्त की।वही नालागढ़ के मत्स्य पालन विभाग के अधिकारी राजेंद्र पॉल ने कहा कि सोलन और सिरमौर जिला में मत्स्य पालकों को और अधिक जानकारियां उपलब्ध करवाने के लिए रोपड़ में स्थित कटली मत्स्य पालन विभाग में कैंप का आयोजन रखा गया था जहां पर हिमाचल के मत्स्य पलकों को अधिक बड़े स्तर पर मछली पालन के लिए प्रोत्साहित किया गया।