(जसवीर सिंह हंस ) श्रम अधिकारी राजेन्द्र चौहान ने आज श्रमिक कल्याण के सभागार में असंगठित क्षेत्र में कार्य करने वाले 52 लाभार्थियों को 13 लाख 70 हजार रूपये के चैक वित्तरित किए। उन्होेने जानकारी देते हुए बताया कि श्रमिक कल्याण बोर्ड द्वारा 6555 लाभार्थियों को हिप्र भवन एवं निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड की ओर से 1 करोड़ 92 लाख 17 हजार 489 रूपये की राशि वितरित की गई। उन्होंने बताया कि विवाह सहायता हेतु 361 लाभार्थियों को 95 लाख 52 हजार रूपये, पितृत्व सहायता हेतु 34 लाभार्थियों को 34 हजार रूपये, मातृत्व सहायता हेतु आठ लाभार्थियों को 60 हजार रूपये, साईकिल हेतु दो लाभार्थियों को 6 हजार रूपये, चिकित्सीय सहायता हेतु 35 लाभार्थियों को दो लाख 31 हजार 489 रूपये, शैक्षणिक गतिविधियों में सहायता हेतु 3433 लाभार्थियों को 54 लाख 14000 रूपये, केरोसीन स्टोव खरीदने हेतु 2039 लाभार्थियों को 30 लाख 58 हजार 500रूपये, 622 इन्डक्शन चूल्हा, मृत्यु या अन्तिम संस्कार के समय 25 लाभार्थियों को 10 लाख 30 हजार रूपये की राशि वितरित की गई।
उन्होने कहा कि असंगठित क्षेत्र में कार्य करने वाले मजदूरों के कल्याणार्थ सरकार द्वारा हिप्र भवन एवं अन्य निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड का गठन किया गया है। जिसके माध्यम से असंगठित क्षेत्र में कार्य करने वाले मजदूरों के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाऐं कार्यान्वित की जा रही है। उन्होेने कहा कि इस बोर्ड से लाभ लेने के लिए मजदूर की आयु 18 से 60 होनी चाहिए और श्रमिक द्वारा किसी भी निर्माण कार्य और मनरेगा में कम से कम 90 दिन कार्य किया हो, ऐसे श्रमिक का पंजीकरण होने के उपरांत श्रमिक कल्याण बोर्ड से लाभ लेने का पात्र माना जाएगा ।
उन्होने बताया कि श्रमिक कल्याण बोर्ड के माध्यम से पंजीकृत श्रमिक को इलाज के लिए इनडोर 30 हजार और आऊटडोर दस हजार की सहायता राशि प्रदान की जाती है। इसके अतिरिक्त दो बच्चों के विवाह के लिए 25 -25 हजार, श्रमिक महिला को वाशिंग मशीन, बच्चों की पढ़ाई के लिए विभिन्न कक्षाओं के लिए छात्रवृतियां, सोलर लैम्प, इंडक्शन हीटर बर्तन, महिलाओं लाभार्थी को प्रसूति के दौरान दस हजार की सहायता इत्यादि अनेक कार्यक्रम कार्यान्वित किए जा रहे हैं।
राजेन्द्र चौहान ने कहा कि श्रमिक कल्याण बोर्ड द्वारा असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले निर्धन लोगों के लिए चलाए जा रही अनेक कल्याणकारी योजनाओं का व्यापक प्रचार पंचायत स्तर तक किया जा रहा है और इस कार्यक्रम के तहत अधिक से अधिक पात्र मजदूरों का पंजीकरण करवाया जा रहा है ताकि लोग श्रमिक कल्याण बोर्ड द्वारा दी जाने वाली विभिन्न सुविधाओं का लाभ उठा सके ।