शुभ करमन ते कबहुं न डरो, न डरो और सो जब जाए लड़ो, निश्चय कर अपनी जीत करो, हर सिख को अपने ही मन को यह लालच हो गुण को उचरो, आद की औद निदान बने, जब हिरण में तब जुच मरो। यह गुरूबाणी की पंक्ति आज यहां जिलाधीश सिरमौर ललित जैन ने ऐतिहासिक गुरूद्वारा श्री दशमेश अस्थान साहिब नाहन में दशमेश रोटी बैंक कार्यक्रम में शिरकत करते हुए अपने संबोधन में कहीं। जैन ने कहा कि दशमेश सेवा सोसायटी द्वारा शुरू किए गए दशमेश रोटी बैंक के तहत गरीबों के लिए नि:संदेह समाज सेवा में बेहतर कार्य कर रही है।
भुखों के लिए राशन जुटाकर उनमें बांटना एक पुण्य और पुनीत कार्य है। समाज के अन्य लोगों और स्वयंसेवा संस्थाओं को सोसायटी के इस कार्य से प्रेरणा लेनी चाहिए। शहर के लोगों को इस पुनीत कार्य से जुडऩा चाहिए। उन्होंने लोगों से आहवान किया कि सोसायटी के रोटी बैंक के कार्य को आगे बढ़ाए और जिले के अन्य भागों में भी अपने स्तर पर गरीबों व जरूरतमंदों के लिए भोजन की व्यवस्था करें। उन्होंने कहा कि विवाह समारोह में बड़े पैमाने पर भोजन व्यर्थ होता है। ऐसे समारोह में बचा भोजन को भी गरीबों तक पहुंचाना चाहिए और अनावश्यक खर्चे कम कर हमें एक दूसरे की मद्द को आगे आना चाहिए। इस दौरान हरप्रीत सिंह ने भी अपने विचार रखें। कार्यक्रम में सोसायटी के उपाध्यक्ष दलबीर सिंह, महासचिव दलीप सिंह, रीमा जैन, गुनीत कौर, सतिंद्र कौर, अरविंद्र सिंह, रणधीर सिंह, पप्पु सिंह, अमरजीत सिंह, मंगल सिंह, गुरमीत सिंह, गुरजीत सिंह, सुनखनपाल सिंह, राहुल सिंह आदि उपस्थित थे।
130 गरीब परिवारों को बांटा राशन : दशमेश सेवा सोसायटी के अध्यक्ष स्वेच्छा से सेवानिवृत हुए शिक्षक सरबजीत सिंह ने बताया कि आज दशमेश रोटी बैंक के तहत 130 जरूरतमंद लोगों को राशन वितरित किया गया। उन्होंने बताया कि इस दौरान 14 क्विंटल आटा, 4 क्विंटल दालें, 4 क्विंटल चावल, 130 पैकिट रिफाइंड, डेढ़ क्विंटल चिन्नी, 130 पैकिट नमक वितरित किया गया। उन्होंने बताया कि सोसायटी पिछले करीब 8 माह से दशमेश रोटी बैंक के तहत लगातार समाज सेवा में कार्य करते हुए जरूतमंद लोगों को राशन मुहैया करवा रही है। सरबजीत सिंह ने बताया कि सोसायटी ने आगामी दिनों में दशमेश रोटी बैंक कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों में करने का निर्णय लिया है। जिसके तहत घर द्वार पर जरूरतमंद लोगों को राशन मुहैया होगा।