नाहन ओपन जेल से आजीवन कारावास की सजा काट रहा हरियाणा का 64 वर्षीय बंदी हरीश फरार

जेल मंदिर में करता था पुजारी का काम, पिछले 20 साल से काट रहा है आईपीसी 302 मामले में सजा 

Khabron wala 

आदर्श केंद्रीय कारागार नाहन की ओपन जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा हरियाणा का एक कैदी दो दिनों से फरार है। प्राप्त जानकारी के अनुसार हरियाणा के शाहाबाद निवासी 64 वर्षीय हरीश कुमार वीरवार शाम को कारागार के खुले परिसर (ओपन जेल) से फरार हो गया है। फरार कैदी हरीश हत्या के जुर्म में पिछले 20 वर्षों से सज़ा भुगत रहा है। आधिकारिक बयान के अनुसार, उसका बेहतर चरित्र देखते हुए आजीवन कारावासी को बंद जेल से खुले में मंदिर पूजा में नियुक्त किया गया था। वह पिछले छह महीने से जेल परिसर के मंदिर में सेवा कर रहा था। वीरवार को शाम की रोल कॉल के समय कैदी अनुपस्थित पाया गया, जिसके बाद जेल में हड़कंप मच गया। जेल परिसर में खोजबीन करने के बाद कैदी को फरार घोषित कर दिया गया। इसके बाद कैदी के फरार होने की सूचना नाहन पुलिस को दे दी गई है। हैरानी तो इस बात की है कि फरार हुए कैदी की प्रीमेच्योर रिलीज (समय से पूर्व रिहाई) के लिए फाइल भी लगी हुई है। यही नहीं, कैदी की छुट्टी के लिए पैरोल भी मंजूर हो चुकी है। बावजूद इसके कैदी फरार हो गया। बताना ज़रूरी है कि आदर्श केंद्रीय कारागार में बेहतर आचरण वाले तथा जिनकी जेल की कैद आधी से ज्यादा बीत चुकी होती है, उन्हें खुली जेल में कार्य करने की अनुमति दी जाती है। आश्चर्य की बात तो यह है कि खुले परिसर में काम करने वाले कैदियों में अभी तक कोई भी कैदी फरार नहीं हुआ था। यह पहला ऐसा मामला है जिसमें अपनी सज़ा के 20 वर्ष भुगतने के बाद भी कैदी फरार हो गया है। उधर नाहन जेल अधीक्षक भानु प्रकाश शर्मा ने खबर की पुष्टि करते हुए बताया गया कि 64 वर्षीय आजीवन कारावास की सजा काट रहा हरीश कुमार वीरवार शाम को फरार हुआ है। फरार आरोपी की सूचना नाहन पुलिस को देकर मामला दर्ज करवाया गया है।

Related Posts

Next Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!