जिला सिरमौर मुख्यालय नाहन के हिंदू आश्रम में बुधवार को केदार सिंह जिंदान की श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। इस महासभा में एससी वर्ग के एक दर्जन से अधिक संगठनों ने भाग लिया। कार्यक्रम में मृतक केदार सिंह जिंदान के परिजन, संगठनों के जिला, प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर के प्रधान मौजूद रहे। जिसमें जिंदान को न्याय दिलाने की शपथ ली।
वक्ताओं ने सभी संगठनों से एकजुट होने का आह्वान किया। उन्हें हक की लड़ाई सडक़ पर लडऩे की बात कही। उन्होंने कहा कि यदि शिमला में लोग सडक़ों पर नहीं उतरे होते, तो जिंदान की हत्या को एक्सिडेंट घोषित कर दिया जाता। उन्होंने कहा कि नेता वोट के चक्कर में न तो स्वर्ण, न ही दलित वर्ग को नाराज करना चाहते हैं। वक्ताओं ने कहा कि वह नेताओं से किसी का समर्थन करने को नहीं कह रहे। लेकिन जो नेता न्याय का साथ न दे ऐसे नेताओं की उन्हें कोई जरूरत नहीं है।
बैठक में स्वर्ण समुदाय की ओर से आरक्षण और एससी/एसटी एक्ट को खत्म किए जाने का मुद्दा भी छाया रहा। वक्ताओं ने कहा कि बिहार, उत्तरप्रदेश आदि कई प्रदेशों में स्वर्ण समुदाय द्वारा दलित वर्ग की हत्याओं के आंकड़ों में वृद्धि हो रही है। अब वही वर्ग इस कानून को खत्म करने की मांग कर रहा है। शिलाई में धारा 302 को हटाने के लिए हो रहे प्रदर्शनों पर भी वक्ताओं ने कड़ी आपत्ति जाहिर की।
शिलाई उपमंडल की ग्राम पंचायत बकरास में सात सितंबर को हुई दलित नेता व आरटीआई एक्टिविस्ट केदार सिंह जिंदान की हत्या मामले को लेकर विभिन्न दलित संगठन ने बुधवार को नाहन में रैली निकाली। जिसमें सिरमौर कोली महासभा, संत रविदास महासभा, दलित युवा सेना व बाल्मिकी सभा के संयुक्त तत्वाधान में जबरदस्त रोष प्रर्दशन किया गया। सभी संगठन हिन्दू आश्रम में एकत्रित हुए। यहां पर विभिन्न दलित सभा के नेताओं ने जिंदान हत्याकांड को लेकर सरकार व प्रशासन के खिलाफ जबरदस्त भड़ास निकाली।
उसके बाद रैली के रूप में नारेबाजी करते हुए दलित समाज से जुड़ेे सभी संगठन नारेबाजी करते हुए दिल्ली गेट से गुजरे। इस दौरान जिले भर से एकत्रित हुए सैंकड़ों युवकों ने जिंदान अमर रहे के नारों से नाहन शहर को गुंजायमान कर दिया। युवकों ने जिंदान का चित्र उठाया हुआ था। जो कि उपायुक्त कार्यालय पहुंच कर समाप्त हुई। इस मौके पर संगठनों के पदाधिकारियों ने राज्यपाल व प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा। इस दौरान दलित नेता बलवीर सिंह, प्रदीप सहोत्रा व मनीराम रैली का नेतृत्व कर रहे थे।
सनद रहे कि कोली समाज ने करीब 8 दिन पहले नाहन में राज्य स्तरीय श्रद्धांजलि समारोह आयोजित करने का एलान किया था। आरटीआई कार्यकर्ता जिंदान की हत्या का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा। जिन्दान की पत्नी ने भी शिमला में पत्रकार वार्ता कर वारदात की जांच सीबीआई से करवाने की बात कही थी। इस हत्याकांड में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।