हिमाचल से चल रहा है खनन का बहुत बड़ा खेल हरियाणा की गाड़ियां हिमाचल से माल भर रही है ओर बिल भी ले रहे हैं और एम फॉर्म भी ले रहे हैं पर जो एम फार्म है उसे पर प्रॉपर एड्रेस नहीं होता जहां पर उपखनिज परिवहन किया जा रहा है ऐसा ही एक मामला खनन विभाग के सामने आया है जिसके बाद पूरूवाला पुलिस स्टेशन में एक शिकायत दर्ज करवाई गई है जहां पर ऐसे ही एक दर्जन के करीब नकली बिल पकड़े गए हैं बताया जा रहा है कि भटरोग के एक क्रेशर के कई भी गाड़ी में पकड़े गए हैं यह गाड़ी मानपुर देवड़ा के एक क्रेशर से बिना बिल के माल भरकर ले है जा रही थी जिसको माइनिंग विभाग की टीम ने पकड़ लिया अब भटरोग और मानपुर देवड़ा के क्रेशर मालिकों के ऊपर एफआईआर दर्ज होने ओर गिरफ्तार होने की तलवार लटक रही है हरियाणा में अवैध खनन और अवैध परिवहन का सबसे ज्यादा खेल रामपुर घाट और मंत्रालियों में स्थित क्रशरों द्वारा खेला जा रहा है
पहले यह गिरोह क्या करता है : उस एम फार्म पर एक चक्कर यह हरियाणा में कहीं पर भी खाली कर देते हैं और फिर दोबारा क्रेशर पर उपखनिज या क्रेशर मैटीरियल भरने के लिए चले जाते हैं फिर अपनी गाड़ियों में माल भरकर जो पहले बिल पहले लिया है और एम फार्म उनके पास पहले से ही है और उन्ही पुराने बिलों पर यह उपखनिज या अन्य मैटीरियल भरकर वाहनों को हिमाचल से कुलहाल बॉर्डर से उत्तराखंड ओर बहरहाल बेरियल से हरियाणा में में प्रवेश कराते हैं अब आपको यह खेल समझना बहुत जरूरी है हालाकि इस खेल को बॉर्डर पर तैनात संबंधित विभाग भलीभांति जानते है देखिए उनके पास बिल है और एम फार्म भी है उसे एम फार्म पर प्रॉपर जहां पर उपखनिज परिवहन किया जाना है उसका एड्रेस नहीं डाला होता
होता क्या है कि वह जब दूसरा चक्कर भरते हैं तब उस एम फार्म के साथ छेड़खानी और बिल के साथ कोई छेड़खानी करके यह वन विभाग बैरियर पर प्रवेश शुल्क और ईएसटीपी कटवा लेते हैं और उपखनिज भरे वाहन उत्तराखंड ओर हारियाणा में बेरोकटोक प्रवेश कर जाते है इस सारे खेल में हिमाचल प्रदेश सरकार को करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है