एनडीआरफ के जवानों ने पांवटा के स्कूल में दिए आपदा से निपटने के टिप्स

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राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन सुरक्षा बल के जवानों द्वारा शनिवार को पांवटा के बाल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में विद्यर्थियों को आपदा प्रबंधन के टिप्स दिए गए ताकि स्कूली बच्चों के माध्यम से यह जानकारी घर-घर तक पहंूच सके । उल्लेखनीय है कि एनडीआरफ की सातवीं बटालियन भंटिडा (पंजाब)की 26 सदस्यीय टीम इन दिनों सिरमौर जिला के 17 दिसंबर तक प्रवास पर है और इस दौरान एनडीआरफ के जवानों द्वारा जिला की सभी तहसील और उप तहसीलों का भ्रमण आज पांवटा पहूंची है ।
यह जानकारी देते हुए एनडीआरएफ के निरीक्षक छेरिंग गुनबा ने जानकारी दी कि पांवटा स्कूल के बच्चों को भूकंप, आगजनी और अन्य दुर्घटना इत्यादि के दौरान बचाव के गुर दिए गए । उन्होने कहा कि आपदा का कोई निर्धारित समय नहीं होता परन्तु आपदा से निपटने के लिए सभी लोगों को मानसिक तौर पर तैयार रहना होगा जिसके लिए एनडीआरफ द्वारा युवाओं को आपदा से बचने के गुर सिखाए जा रहे है । उन्होने कहा कि पांवटा स्कूल के बच्चों को आगजनी के दौरान धुआं में फंसे लोगों को किस प्रकार बचाया जा सकता है ।
इसके अतिरिक्त बच्चों प्राथमिक चिकित्सा उपचार के बारे भी जानकारी दी गई ।छेरिंग गुनबा ने बताया कि बच्चों को सीपीआर के बारे जानकारी दी गई कि आपदा के दौरान यदि किसी व्यक्ति के हार्ट पर दबाव पड़ने से  सांस रूक जाते है ऐसी स्थिति में किस प्रकार व्यक्ति को बचाया जा सकता है इसके अतिरिक्त भूंकप आने पर किस प्रकार लोगों को अपनी सुरक्षा करनी चाहिए इस बारे भी विस्तार से जानकारी दी गई । इस दौरान मांउटेनिंग,रोप रेसक्यू, घायल व्यक्ति को उठाना, खून को रोकने के लिए उपाय, कंबल का स्टेचर बनाना  इत्यादि बारे जानकारी दी गई । उन्होने बताया कि आपदा दो प्रकार की होती हैं एक प्राकृतिक और दूसरी मानव जनित आपदा , जिनसे निपटने के लिए सभी लोगों को आवश्यक सुरक्षा के उपाय आना अनिवार्य है ।
उन्होने कहा कि एनडीआरफ की टीम द्वारा सिरमौर जिला की सभी दस तहसीलों एवं उप तहसीलों का भ्रमण किया गया तथा जिला में उपलब्ध मशीनरी और श्रम शक्ति बारे डाटा एकत्रित किया गया । उन्होने बताया कि टीम द्वारा पहाड़ी क्षेत्रों ंमें आपदा के समय किस प्रकार राहत और बचाव कार्य किए जा सकते हैं उस पर गहनता से अध्ययन किया गया है । उन्होने  कहा कि टीम द्वारा जिला में आपदा संभावित क्षेत्रों , भू-स्खलन और बाढ़ वाले क्षेत्रों का दौरा करके अध्ययन किया गया ताकि किसी प्रकार की आपदा के समय अविलंब बचाव कार्य कार्यान्वित किए जा सके ।
स्कूल के प्रधानचार्य दीप चंद शर्मा ने एनडीआरफ की टीम का स्वागत करते हुए कहा कि इस प्रकार के जागरूकता शिविर प्रत्येक स्कूलों में आयोजित किए जाने चाहिए ताकि बच्चों के माध्यम से बचाव के गुर जनमानस तक पहूंच सके ।एनडीआरफ जवानों ंमें सब-इंस्पेक्टर गौवर्धन भैरवा, एचसी हर्ष नाराण चौधरी, लालबाबू चौधरी , चंदन प्रसाद सहित 26 जवानों ने बच्चों को आपदा से निपटने के टिप्स दिए ।

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