सिरमौर जिला में प्राकृतिक आपदाओं की संभावना वालें क्षेत्रों को चिन्हित करने के उददेश्य से राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) द्वारा जिला के सभी क्षेत्रों का भ्रमण किया जा रहा है । यह जानकारी उपायुक्त सिरमौर श्री ललित जैन ने आज यहां एनडीआरफ की टीम के साथ एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी ।
उपायुक्त ने कहा कि एनडीआरफ की सातवीं बटालियन भंटिडा (पंजाब)की 26 सदस्यीय टीम द्वारा आगामी 17 दिसंबर तक जिला के संवेदनशील एवं प्राकृतिक आपदा के संभावित क्षेत्र का भ्रमण किया जा रहा है जिसका नेतृत्व निरीक्षक छेरिंग गुनबा कर रहे है । एनडीआरएफ के इस दल द्वारा भू-स्खलन क्षेत्रों, बाढ़ और बादल फटना इत्यादि का जायजा लेने के साथ साथ प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए फूलप्रूफ प्रबंध किया जाएगा ।
उन्होने कहा कि एनडीआरएफ टीम द्वारा जिला में उपलब्ध श्रम शक्ति, मशीनरी और संसाधन का डाटा भी एकत्रित किया जा रहा है जिनमें बुलडोजर, जेसीबी, उच्च शक्ति के वाटर पंप, ट्रक, टेªक्टर, ट्रॉली, एंबुलेंस, अस्पताल, चिकित्सक, फायरब्रिगेड, जेनरेटरज, संचार व्यवस्था इत्यादि डाटा भी एकत्रित किया जा रहा है । उन्होने कहा कि विशेषकर पहाड़ी क्षेत्रों में आपदा के समय बचाव दल द्वारा किस प्रकार कार्य करना हैं इसकी भी रूपरेखा तैयार की जा रही है । उन्होने कहा कि एनडीआरएफ द्वारा चूड़धार जैसी ऊंची चोटियों पर आपदा के दौरान बचाव कार्य बारे भी संभावनाओं को तलाशा जाएगा ।
उपायुक्त ने कहा कि एनडीआरएफ की एक यूनिट पांवटा में स्थापित करने के लिए भी प्रदेश सरकार के साथ मामला प्रभावी ढंग से उठाया जाएगा ताकि जिला में किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए एनडीआरफ की सेवाऐं त्वरित ली जा सके । उन्होने आदेशक होमगार्ड को निर्देश दिए कि एनडीआरएफ की टीम के साथ होमगार्ड के जवानों को भी भेजा जाए ताकि जिला के सभी आपदा संभावित क्षेत्रों का सही परिप्रेक्ष्य में मुआयना किया जा सके । उन्होने कहा कि दल द्वारा भ्र्रमण के दौरान जिला में कार्यरत सभी एसडीएम के साथ भी बैठक करके आपदा प्रबंधन पर चर्चा की जाएगी ।
बैठक में आदेशक होमगार्ड राकेश सिंह, एनडीआरएफ के निरीक्षक छेरिंग गुनबा सहित अन्य अधिकारियों ने भाग लिया ।