पांवटा में नशा माफिया के खिलाफ नारेबाजी , पुलिस प्रशासन को भी चेतावनी

पांवटा साहिब के वार्ड नंबर 10 में नशा (ड्रग्स) बेचने वालों से परेशान दर्जनों परिवारों की महिलाओं ने इकट्ठा होकर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है इस दौरान उन्होंने नशा माफिया मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।
पांवटा साहिब के वार्ड नंबर 10 डीएवी ग्राउंड में 100 से अधिक महिलाएं इकट्ठा हुई जिन्होंने वार्ड नंबर 10 में स्मैक चरस का काम करने वाले आधा दर्जन से अधिक परिवारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग पुलिस प्रशासन से की है।

इस बारे में जानकारी देते हुए बतूल, वकीला, सीमा, चम्पा, रक्षा, रसीला, शबाना, कुंजना, सुमन, चांद आदी ने बताया कि वार्ड नंबर .9, 10 के आधा दर्जन परिवार स्नेक चरस का कारोबार कर रहे हैं जिसमें युवा सबसे अधिक बर्बाद हो रहे हैं उन्होंने कहा कि हमारे बच्चे सुबह निकलते हैं और उसके बाद खेतों में पड़े मिलते हैं नशे के कारण वह वापिस घर तक नहीं आ पाते ऐसे में उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन उनकी मदद करें ताकि इस नशे को वार्ड नंबर 10 से जड़ से मिटाया जा सके।

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वही इस मौके पर वार्ड नंबर 10 के रहने वाले इंदरजीत सिंह का भी पहुंचे 100 के करीब महिलाएं और पुरुषों ने मिल कर निर्णय लिया कि कल भारी संख्या में महिलाएं और पुरुष डीएसपी पांवटा और एसडीएम को नशा माफिया के खिलाफ ज्ञापन सौंपेंगे। उन्होंने निर्णय लिया कि अगर अगले 15 दिनों में कड़ी कार्रवाई इन लोगों पर नहीं होती है तो पब्लिक अपने हिसाब से काम करेगी।
वहीं महिलाओं में इस बात का भी रोष था कि वह लगातार 2 सप्ताह से नशा माफिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं लेकिन पुलिस अधिकारी अपने ऐसी दफ्तरों से बाहर निकल कर उनकी समस्याएं सुनने को तैयार नहीं है लेकिन जब आज मौके पर मीडिया पहुंची थी उसके बाद पुलिस भी वहां पर सक्रिय नजर आई।

पोंटा साहिब के वार्ड नंबर 10 में एक ही मोहल्ले में आधा दर्जन से अधिक परिवार इस धंधे में संलिप्त हैं दिल्ली से बड़े माफिया सीधे तौर पर इनसे जुड़े हैं।

आपको बता दें कि नशा माफिया के कारोबारियों पर नजर बनाए रखने के लिए पुलिस में विशेष दल होता है जिसे सुरक्षा शाखा भी कहा जाता है जिसका काम होता है पुख्ता जानकारी देकर नशा माफिया पर रेड़ करवाना और उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाना लेकिन पांवटा साहिब में सुरक्षा शाखा के नाम पर केवल एक सिपाही को रखा गया है वह भी कभी इन गलियों में नज़र नहीं आये।

वही इस मौके पर महिलाओं और पुरुषों की भारी संख्या और नाराजगी को देखते हुए पुलिस की दो पीसीआर भी मौके पहुंची जिसमें मनदास और जीत सिंह SI द्वारा लोगों की समस्याओं को सुना गया।

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