श्री गुरु गोबिंद सिंह जी राजकीय महाविद्यालय, पांवटा साहिब में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के सात दिवसीय विशेष शिविर का समापन समारोह हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर प्रो. सुलक्षना शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का संचालन पारुल चौहान, मोहित ठाकुर और साक्षी ने किया।
समारोह की शुरुआत डॉ. अरुण डफरैक द्वारा मुख्य अतिथि और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के स्वागत के साथ हुई। सात दिवसीय शिविर के दौरान स्वयंसेवकों ने हरियाणवी नृत्य, बॉलीवुड नृत्य, नाटी, कविता पाठ और डिजिटल साक्षरता पर आधारित नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। इस वर्ष के शिविर का मुख्य विषय डिजिटल साक्षरता था, जिसके अंतर्गत स्वयंसेवकों ने जागरूकता अभियानों में भाग लिया।
इस विशेष शिविर में कुल 53 स्वयंसेवकों का चयन किया गया था। अपने संबोधन में प्रो. सुलक्षना शर्मा ने स्वयंसेवकों के प्रयासों की सराहना की और समाज सेवा के प्रति उनकी निष्ठा और समर्पण की प्रशंसा की। उन्होंने डिजिटल साक्षरता के महत्व पर भी प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के अंत में एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी प्रो. शीतल शर्मा ने मुख्य अतिथि, अन्य गणमान्य व्यक्तियों और उपस्थित शिक्षकों को धन्यवाद दिया। विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले स्वयंसेवकों को पुरस्कारों से सम्मानित किया गया:
सर्वश्रेष्ठ शिविरार्थी (सात दिवसीय शिविर): केवल (बीए द्वितीय वर्ष) और गुड्डी देवी (बीए तृतीय वर्ष)
सर्वश्रेष्ठ नेता: कृष्ण गोपाल और पारुल
सर्वश्रेष्ठ शिविरार्थी (एक दिवसीय शिविर): दर्शन और काजल सर्वश्रेष्ठ समूह: समूह 5 सर्वश्रेष्ठ क्षेत्र कार्य: कोमल और निशांत सांस्कृतिक प्रदर्शन में सर्वश्रेष्ठ: बानिका (बीए द्वितीय वर्ष)कुल मिलाकर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन: नीरज (बीए तृतीय वर्ष), जिन्होंने प्री-आरडी कैंप में महाविद्यालय का प्रतिनिधित्व भी किया।
इस अवसर पर प्रो. डी.एस. तोमर, प्रो. विम्मी, डॉ. किरण, प्रो. संदीप शर्मा, कल्याण राणा, नंदिनी कंवर और रेखा सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। उन्होंने स्वयंसेवकों के प्रयासों की सराहना की और उन्हें समाज सेवा में निरंतर योगदान देने के लिए प्रेरित किया।एनएसएस सात दिवसीय शिविर का सफल समापन हुआ, जिससे प्रतिभागियों में सेवा भावना का संचार हुआ और डिजिटल साक्षरता के महत्व को बल मिला।