Khabron wala
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह जिला से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक सरकारी स्कूल की ऑनलाइन क्लास के दौरान गंदा वीडियो चलने से ना सिर्फ छात्र छात्राओं में बल्कि स्कूल प्रशासन में भी हड़कंप मच गया। यह मामला हमीरपुर जिला के ककरियार स्थित एक सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय का बताया जा रहा है।
ऑनलाइन क्लास के बीच चलने लगा गंदा वीडियो
मिली जानकारी के अनुसार यह घटना उस समय घटी, जब प्रदेश में भारी बारिश के चलते स्कूलों में छुट्टियां घोषित कर दी थी और शिक्षकों को ऑनलाइन कक्षाएं लेने के निर्देश दिए गए थे। इसी दौरान यह घटना 4 सितंबर को उस समय घटी जब स्कूल में राजनीति शास्त्र (पॉलिटिकल साइंस) की ऑनलाइन कक्षा चल रही थी। अचानक एक छात्र ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफॉर्म पर अश्लील क्लिप चला दी, जिससे छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों में हड़कंप मच गया।
इसी बीच ऑनलाइन क्लास लगा रही एक छात्रा ने इसकी जानकारी अपनी मां को दी। छात्रा की माता ने तुरंत इसकी शिकायत स्कूल की प्रधानाचार्य को दी। लेकिन मामला उस समय और भी ज्यादा गंभीर हो गया, जब छात्रा की मां की शिकायत पर भी स्कूल प्रशासन ने इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। उल्टा शिकायत करने के बाद छात्रा को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के आरोप भी उसकी मां ने लगाए।
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में पिछले सप्ताह भारी वर्षा के चलते स्कूलों को बंद कर दिया गया था और विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित न हो, इसके लिए ऑनलाइन कक्षाओं की व्यवस्था की गई थी। इसी व्यवस्था के तहत 4 सितंबर को सुबह लगभग 11:15 बजे ऑनलाइन कक्षा के दौरान यह घटना हुई।
शिकायत पर पहले लीपापोती, फिर जांच के आदेश
पीड़ित छात्रा की माता ने बताया कि उन्होंने घटना की जानकारी तुरंत स्कूल की प्रधानाचार्य को दी, लेकिन शुरुआत में मामले को दबाने का प्रयास किया गया। जब कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो उन्होंने सीधे पुलिस को लिखित शिकायत सौंपी। शिकायत मिलने के बाद शिक्षा विभाग ने मामले को गंभीरता से लिया और इसे पुलिस तथा साइबर सेल को सौंप दिया गया। अब तकनीकी विशेषज्ञों की मदद से यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि वीडियो किसने और कैसे प्रसारित किया।
विद्यालय की प्रधानाचार्य अंजलि शर्मा ने बताया कि स्कूल की अनुशासन समिति ने मामले की आंतरिक जांच की, लेकिन वीडियो प्रसारित करने वाले छात्र की पहचान नहीं हो सकी। इसके बाद पूरी रिपोर्ट शिक्षा विभाग को भेज दी गई, जिसने पुलिस में औपचारिक शिकायत दर्ज करवाई।
साइबर सेल की मदद से जांच जारी
शिक्षा उपनिदेशक डॉ मोहित राम चौहान ने पुष्टि की कि मामला पुलिस और साइबर सेल को सौंप दिया गया है। उन्होंने कहा कि दोषी की पहचान कर जल्द ही सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं टौणी देवी चौकी प्रभारी इंद्र सिंह ने भी बताया कि पुलिस को छात्रा की माता से शिकायत मिली है और मामले की गहन जांच की जा रही है। तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपी की पहचान की जा रही है और जल्द ही पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा।
इस घटना के बाद अभिभावकों में आक्रोश व्याप्त है। उनका कहना है कि यदि स्कूल प्रबंधन समय पर कार्रवाई करता तो मामला इतना नहीं बढ़ता। साथ ही, इस घटना ने ऑनलाइन शिक्षण माध्यमों की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। विद्यालयों में डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग बढ़ने के साथ ही इस तरह की घटनाएं चिंता का विषय बनती जा रही हैं। शिक्षा विभाग और सरकार से मांग की जा रही है कि ऑनलाइन कक्षाओं के लिए सख्त दिशानिर्देश जारी किए जाएं ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके।