हिमाचल प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होने के बाद जिला सिरमौर में शनिवार को पहली बार पंचायती राज संस्थाओं पर कांग्रेस का तख्तापलट करते हुए भाजपा ने पच्छाद बीडीसी अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पर कब्जा जमा लिया है। पच्छाद बीडीसी के सदस्यों ने 6 सितंबर को बीडीसी अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया था। जिसे नाहन में जिला पंचायत अधिकारी को सौंपा गया था।
उसके बाद जिला पंचायत अधिकारी ने 15 सितंबर की तिथि विश्वास मत हासिल करने के लिए निर्धारित की थी। शनिवार को कांग्रेस समर्थित बीडीसी अध्यक्ष उषा तोमर व उपाध्यक्ष खुशीराम अपना पद नहीं बचा सके। पच्छाद बीडीसी में कुल 15 सदस्य हैं, जिनमें से 8 सदस्यों ने भाजपा के पक्ष व 7 ने कांग्रेस के पक्ष में वोट किया। जिसके चलते कांग्रेस के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष को अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद हटा दिया गया है। नए अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव के लिए सोमवार को उपायुक्त सिरमोर नई तिथि जारी करेंगे। उसके बाद नए पच्छाद बीडीसी अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चुनाव होगा।
भाजपा से ये अध्यक्ष व उपाध्यक्ष की दौड में कांग्रेस समर्थित पच्छाद बीडीसी अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के खिलाफ शनिवार को अविश्वास प्रस्ताव पास होने के बाद भाजपा में इन पदों के लिए लॉबिंग तेज हो गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार भाजपा की दड़ो देवरिया वार्ड से सरला कुमारी व काटली वार्ड से कमलेश कुमारी अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल है। जबकि उपाध्यक्ष का पद कांग्रेस के सदस्य जिन्होंने अविश्वास प्रस्ताव में भाजपा का साथ दिया। उनमें से सुरेंद्र कुमार, राजेश शर्मा व कविता सेवल में से किसी एक को देने की चर्चा जारी है।
15 में आठ सदस्यों ने दिया था नोटिस
पच्छाद बीडीसी के 15 सदस्यों में से आठ सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया था। जिस में रीता ठाकुर, संजय कुमारी, सरला देवी, कमलेश कुमारी, राजेश शर्मा, सुरेंद्र कुमार, राजेंद्र कुमार व कविता सेवल शामिल थे।
पच्छाद बीडीसी अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के खिलाफ शनिवार को 8 के मुकाबले 7 मतों से वोटिंग कर अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया। जिसके बाद उषा तोमर व खुशीराम को अध्यक्ष या उपाध्यक्ष के पद से हटा दिया गया है। नए अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चुनाव करवाने के लिए उपायुक्त सिरमौर को फाइल भेजी गई है। एमएस नेगी जिला पंचायत अधिकारी सिरमौर