(नीना गौतम ) कुल्लू घाटी में हो रही लगातार बारिश के कारण सैज में बहने वाला पागल नाले ने एक बार फिर लोगों को आफत में डाल दिया है। शुक्रवार रात को पागलनाले ने घाटी को जोडऩे वाली एक मात्र संपर्क सड़क लारजी-सैंज को मलवे की ढेर में तबदील कर दिया है जिस कारणलारजी-संैज सड़क 12 घंटे तक यातायात के लिए बंद रही। हालांकि लोक निर्माण विभाग और एनएचपीसी की मशीनें रोड पर गिरे मलवे को हटाती रही लेकिन पागल नाले का कहर लगातार वरपता रहा। जिस कारण वाहन चालकों के साथ-साथ आम जनता को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। बता दें कि सैज घाटी के पागल नाले में मलबा आने से संपर्क मार्ग 12 घंटे तक बाधित रहा।
गौर रहे कि पिछले दो दिनों से कुल्लू जिला सहित अन्य क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश के चलते सैंज घाटी का मशहूर पागल नाला एक बार फिर लोगों के लिए आफत बन गया है जिस कारण शनिवार को सैकड़ों लोगों ने जान जोखिम में डालकर पागल नाले को आर पार किया है। पागल नाले में आए मलबे के कारण जहां मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा वही पागल नाले में कई लोगों को सर्द रातें गाड़ी में ही गुजारनी पड़ी हालांकि लोगों द्वारा विभाग को सूचित करने पर लोक निर्माण विभाग व एनएचपीसी के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर मशीनों से मलबे को कड़ी मशक्कत के बाद हटा दिया है और उक्त सड़क को यातायात के लिए बहाल कर दिया है। जिसके बाद घाटी के लोगों ने राहत की सांस ली है। हालात को देखते हुए घाटी की जनता व जनप्रतिनिधियों ने अब बाईपास सड़क को बनाने की मांग उठाई है। लारजी पंचायत की प्रधान कांता देवी, तलाड़ा पंचायत की प्रधान सुनीता देवी, उपप्रधान बालकृष्ण शर्मा, कनौन की प्रधान किरना ठाकुर के अलावा आम जनता ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द उक्त समस्या से घाटी की जनता को निजात दिलाया जाए।