( धनेश गौतम ) कुंजुमदर्रा के समीप छोटा दड़ा में करीब 600 लोगों के फंसे होने की सूचना मिली है। फंसे लोगों की संख्या 600 से अधिक भी हो सकती है। कुल्लू-काजा मार्ग में छतड़ू के समीप पहाड़ी धंसने से मार्ग अवरूद्ध हुआ है जिस कारण वहां पर 150 से अधिक वाहन फंसे हुए बताए जा रहे हैं जिसमें 600 से अधिक लोग फंसे हैं। इसके अलावा मार्ग अवरूद्ध होने से काजा व स्पीति घाटी गए हुए हजारों लोग वहीं फंस गए हैं।
क्षेत्र में दूर संचार व्यवस्था ठप्प होने के कारण सही जानकारी नहीं मिल पा रही है जिस कारण फंसे लोगों का आंकड़ा स्पष्ट नहीं हो रहा है। यह बताया जा रहा है कि फंसे हुए सभी लोग वहां पर सुरक्षित हैं और खाने-पीने की चीजें भी बातल या छतड़ू से मुहैया हो रही है। डीडीएमए लाहुल-स्पीति ने खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि लोसर पुलिस चैक पोस्ट के प्रभारी ने उन्हें इसकी जानकारी दी है। बताया जा रहा है कि इस मार्ग पर भारी भू-संख्लन हुआ है जिस कारण अधिकतर वाहन मार्ग के बीच में फंस गए हैं और इधर-उधर जाने को नहीं रहे।
लेकिन जो वाहन लैंड स्लाईड क्षेत्र से बाहर फंस गए थे वे वापस अपने गंतव्य तक गए हैं। कोकसर से 30 किलोमीटर की दूरी में यह भू-संख्लन हुआ है। बताया जा रहा है कि यह भू-संख्लन शुक्रवार सांय हुआ है और तब से लेकर अब तक वहां पर लोग फंसे हुए हैं। यह भी बताया जा रहा है कि यहां पर रात को बहुत ज्यादा लोग फंसे थे लेकिन सुबह होने पर कुछ लोग अपने गंतव्य तक पहुंच गए हैं। इस क्षेत्र में दूर संचार सिगनल न होने के कारण फंसे लोगों से कोई भी संपर्क नहीं हो पा रहा है।
माना जा रहा है कि फंसे कुछ लोग गाड़ी में ही होंगे या फिर कुछ लोग बातल या छतड़ू पहुंचे होंगे। उधर, उपायुक्त अश्वनी कुमार चौधरी ने बताया कि उन्होंने 94 आरसीसी, बीआरओ के जवानों को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया है और साथ ही कोकसर चौकी के प्रभारी राजेश को भी घटनास्थल के लिए भेजा गया है। उन्होंने बताया कि वहां पर फोन सिगनल सुविधा न होने के कारण फंसे लोगों का सही आंकड़ा नहीं मिल पाया है लेकिन यह तय है कि वहां पर लैंड स्लाईड होने के कारण बहुत सारे वाहन फंसे हुए हैं। उन्होंने बताया कि बीआरओ के जवान मार्ग को खोलने का प्रयास करेंगे और चौकी प्रभारी वहां की स्थिति का जायजा लेकर प्रशासन को अवगत करवाएंगे।
उन्होंने बताया कि यदि वहां पर खाने-पीने की व्यवस्था व अन्य असुविधाओं को पूरा करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि सभी लोग सुरक्षित हैं और शीघ्र उन्हें बाहर निकालने की कोशिश की जाएगी। उधर, आरएम केलांग मंगल चंद मनेपा ने बताया कि उनकी परिवहन निगम की दो बसें यहां फंसी हुई हैं। उन्होंने बताया कि सभी यात्रियों को छतड़ू में सुरक्षित ठहराया गया है और रविवार शाम तक मार्ग खुलने की उम्मीद जताई जा रही है। गौर रहे
कि कुल्लू-काजा मार्ग हाल ही में बीआरओ द्वारा खोला गया था। इसके बाद स्पीति के लोगों के आवागमन के अलावा पर्यटकों का स्पीति घाटी जाना शुरू हुआ था। लेकिन अब मार्ग अवरूद्ध होने से जहां 600 से अधिक लोग छोटा दड़ा में ही फंस गए हैं वहीं, काजा व स्पीति घाटी गए हुए हजारों लोग घाटी में ही फंस गए हैं। बहरहाल जिला प्रशासन को देरी से सूचना मिलने के बाद अब प्रशासन अलर्ट हो गया है। प्रशासन को भी घटना के 24 घंटों बाद पता चला है कि छोटा दड़ा में भारी मात्रा में लोग फंसे हुए हैं।
इस बारे में अश्वनी कुमार चौधरी डीसी लाहुल-स्पीति ने बताया कि सभी फंसे हुए लोग सुरक्षित हैं। जायजा लेने के लिए बीआरओ के जवानों व चौकी प्रभारी कोकसर को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया है। फंसे लोगों को शीघ्र सुरक्षित निकालने के प्रयास जारी किए हैं।