पर्यावरण संरक्षण के लिए चिंतन न केवल भारतवर्ष में अपितु संपूर्ण विश्व में किया जा रहा है। यद्धपि आधुनिक युग में विकास की नितांत आवश्यक है लेकिन विकास के साथ विनाश से बचाव भी अत्यन्त जरूरी है। यह उद्गार स्कूलों के इको क्लबों के माध्यम से नदी के मुहानो की सफाई अभियान के शुभाम्भ अवसर पर झण्डूता विधानसभा क्षेत्र के विधायक जे.आर. कटवाल ने अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में प्रकट किए।
उन्होंने कहा कि मानव सभ्यता का उद्गम नदियों के आस-पास के क्षेत्रों में हुआ जहां मानव को जीवन यापन के लिए हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध थी। नदियां मानव सभ्यता को न केवल सुविधा व सुरक्षा ही उपलब्ध करवाती थी अपितु आगे बढ़ने की प्रेरणा भी देती रही हैं। लेकिन आज के परिवेश में प्लास्टिक और पौलिथिन का कचरा न केवल नदियों को दूषित ही कर रहा है अपितु जल जीव जन्तुओं के अस्तित्व के लिए भी खतरा बना हुआ है।
उन्होनें कहा कि प्लास्टिक के प्रयोग से हो रहे नुकसान का चिन्तन और निदान के लिए विज्ञान और समाज के सयुंक्त प्रयास अत्यन्त जरूरी है। आज के परिवेश में प्रत्येक नागरिक का दायित्व है कि वह नदियों को स्वच्छ बनाए रखने के लिए अपने दायित्वों का पूर्ण तत्पर्ता और निष्ठा से निर्वहन करें ताकि स्वच्छ भारत स्वच्छ वातावरण की परिकल्पना साकार हो सके।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष पर्यावरण दिवस की निर्धारित थीम बीट द प्लास्टिक पोलियूशन को सार्थक रूप प्रदान करने के उदेश्य से सभी नागरिकों का दायित्व बन जाता है कि प्लास्टिक, पोलिथीन निष्पादन के लिए वह अपनी सशक्त भूमिकाओं का निर्वहन करें ताकि स्वच्छ वातावरण की दिशा में सार्थक पहल आरम्भ हो सके।
उन्होंने बताया कि 15 मई से 5 जून, 2018 तक ज़िला के स्कूलों में स्थापित यूको क्लबों के माध्यम से रिबर फ्रंट कलिनिंग कम्पेयन चलाई जा रही है जिसमें नदियों के किनारे के प्लास्टिक व पाॅलिथिन के कचरे की सफाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि यूको क्लब के सदस्यों द्वारा 4 जून तक पाठशालाओं के साथ लगते क्षेत्रों व नदी के मुहानों से प्लास्टिक कचरा सग्रंहित करके सम्बन्धित पंचायतों को निष्पादन के लिए सौंपा जाएगा।
उन्होनें कहा कि इस अभियान के दौरान स्थानीय प्रशासन, शिक्षा विभाग, वन विभाग, शहरी विकास, पंचायती राज संस्थाओं, काॅलेज, युवक व महिला मण्डलों, स्वंय सेवी संस्थाओं व सम्बन्धित जिला के विभिन्न विभागों के अतिरिक्त 20 से भी ईको क्लबों के एक हजार से भी अधिक स्कूली बच्चे गोबिन्द सागर झील के साथ लगते क्षेत्रों व गांव से प्लास्टिक का कचरा सग्रंहित करेगें।
इस अवसर पर उपायुक्त बिलासपुर विवेक भाटिया ने कहा कि यह अंत्यन्त गौरव का विषय है कि भारतवर्ष अंतर्राष्ट्रीय विश्व पर्यावरण दिवस की मेज़बानी कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष पर्यावरण दिवस की निर्धारित थीम बीट द प्लास्टिक पोलियूशन को सार्थक रूप प्रदान करने के उदेश्य से सभी नागरिकों का दायित्व बन जाता है कि प्लास्टिक, पोलिथीन निष्पादन के लिए वह अपनी सशक्त भूमिकाओं का निर्वहन करें ताकि स्वच्छ वातावरण की दिशा में सार्थक पहल आरम्भ हो सके।
इस अवसर पर विधायक झण्डूता जीत राम कटवाल ने भव्य रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश सांईस टैक्नोलाॅजी के सदस्य सचिव कुनाल सत्यार्थी, जिला वन अधिकारी सरोज भाई पटेल, उपमण्डलाधिकारी ना0 झण्डूता नवीन शर्मा, खण्ड विकास अधिकारी विकास शर्मा, जिला विज्ञान पर्यवेक्षक अमृत महाजन, भाजपा मण्डला अध्यक्ष सुभाष मनहांस, बीडीसी. अध्यक्षा सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी व पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियो के अतिरिक्त अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।