विधानसभा अध्यक्ष डा0 राजीव बिन्दल ने माता बालासुन्दरी गौसदन मे पशुपालन विभाग के विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि पशु पालन विभाग जिला के पशुपालकों को उन्नत किस्म के दुधारू पशु उपलब्ध करवाएं ताकि लोगों को दुग्ध उत्पादन कर रोजगार उपलब्ध होने के साथ उनकी आर्थिकी मे भी सुधार हो सके।
डा0 बिन्दल ने कहा कि जिला सिरमौर में दो लाख 83 हजार पशु विभाग के पास पंजीकृत है। उन्होंने बताया कि चालू वित वर्ष के दौरान पशुपालन विभाग द्वारा कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम के तहत 60 हजार गाय तथा 10 हजार भैंसों मे नस्ल सुधार, 6 लाख मवेशियों को मुखुर रोग, डेढ लाख मवेशियों को गलघोटु, पचास हजार भेड बकरियों तथा डेढ लाख कुकटो को प्रतिरक्षण टीकाकरण किया गया। उन्होंने बताया कि जिला में 3 लाख मवेशियों को बाह्य तथा आंतरिक रोग से संबंधित दवा खिलाई गई।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जिला के किसानों को 40 हजार कुकट 75 प्रतिशत अनुदान, 20 रेमूूबूली किस्म की भेड़े 60 प्रतिशत उपदान जबकि 20 बकरियों की ईकाईयां बीपीएल परिवारों को उपदान पर वितरित की गई। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय पशु धन मिशन के तहत 15 हजार कुकट 75 प्रतिशत उपदान पर जिला के किसानों को वितरित किए गए।
उन्होंने बताया कि जिला के दूरदराज क्षेत्रों में चालू वित वर्ष के दौरान 45 पशु स्वास्थ्य जांच शिविरों का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि 1 लाख 35 हजार नेपियर तथा स्टीरीया घास की जड़े पशुपालकों को वितरित की गई। उन्हांेने कहा कि जिला में एक हजार 500 पशुओं का बीमा सामान्य वर्ग के किसानों के लिए 60 प्रतिशत उपदान जबकि अनुसूचित जाति वर्ग के किसानों के लिए 80 प्रतिशत उपदान पर किया गया।
उपनिदेशक पशुपालन डा0 नीरू शबनम ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी।
इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य श्री विनय गुप्ता, सहायक निदेशक पशुपालन डा0 पवन पाल, डा0 राजीव खुराना, जिला मे कार्यरत पशु चिकित्सक, पशुओं के प्रति क्रुरता निवारण सिमिति के उपाध्यक्ष कर्नल ए के ठाकुर, कोषाअध्यक्ष राजेन्द्र बंसल, संजीव शर्मा के अतिरिक्त अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।