मामला जिला सिरमौर के पोंटा साहिब क्षेत्र का है जहां पर विभिन्न पटवार खानों में पटवारियों के साथ रिटायर्ड या अन्य साथी काम कर रहे हैं लोगों का कहना है कि जो साथी पटवार खाने में पटवारी ने अपने साथ बिठाए हुए हैं यह भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के लिए बैठाए गए हैं
पटवारी खुद पैसे न लेते हुए इन मोहरों के द्वारा पैसे लेते हैं यह मोहरे दलाली का काम भी कर रहे हैंप्राप्त सूचना के अनुसार पता लगा है कि एक तक्सीम के ₹5000 पटवारी लेते हैं वही फर्द पर साइन करने के 500 रुपये तक लिए जा रहे हैं
वहीं जिला सिरमोर की विजिलेंस विभाग सुस्त नजर आ रही है उनके द्वारा कोई भी आज तक पटवार सर्कल में रेड नहीं डाली गई है जो पटवार सर्कल में पटवार सहायक रखे गए हैं उन्हें पटवार सर्कल में कार्य ना करवाते हुए तहसील के कार्यों के लिए इधर-उधर घूमाया जा रहा है व तहसील भवन की चौकीदारी करवाई जा रही है
इस मामले के लिए पहले भी आवाज उठाई गयी थी तथा एसडीएम महोदय के आश्वासन के बाद उन लोगों को वहां से हटा दिया गया था परंतु कुछ दिनों बाद यहां पर यह लोग दोबारा बैठकर पटवार खाने में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं
वहीं कुछ पंचायतों में इंतकाल के लिए तहसीलदार नहीं जा रहे हैं वहीं इंतकाल के लिए पटवारी खुद ही रजिस्टर उठाकर तहसील कार्यालय में पहुंच रहे हैं प्राप्त जानकारी के अनुसार कई पटवार सर्कल में पिछले 5 से 6 महीने तक किसी भी तहसीलदार ने कोई भी सरकारी टूर नहीं किया है वहां के पटवारी के द्वारा इंतकाल स्वयं तहसील में ले जाकर करवाए जा रहे हैं उन पटवार सर्कल में दूर पार के क्षेत्र के ग्रामीण भी आते हैं जिनको परेशानी का सामना करना पड़ रहा है
1 पोंटा पटवार सर्कल में पटवारी गीता राम के द्वारा जसवंत सिंह बिठाया गया है
2 माजरा पटवार सर्कल में पटवारी सुरजीत के द्वारा प्रकाश /आलम शाह बिठाया गया है
3 भाटावाली पटवार सर्कल में अशोक
4 तारूवाला पटवार खाने में कुंदन बिठाया गया है
अब सोचने की बात यह है कि पटवार सर्कल में इतना कार्य होता है कि यह बिना किसी सरकारी अनुमति के किस आधार पर इन लोगों को यहां पर बिठाया गया है व सरकारी कागजों के साथ छेड़छाड़ करने के लिए अनुमति दी गई है