नगर पालिका क्षेत्र में विकास कार्य ठप्प है। शहर का बहुप्रतिक्षित दर्जनों सड़कों का काम आज भी अधूरा है। कई कार्य भी आधे में बंद है। शहर की आधी लाइटें बंद पड़ी है शहर अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। क्षेत्र के वार्डों की दुर्गति को लेकर पार्षद भी आंसू बहा रहे हैं अगले महीने हो सकता है चुनाव हो जाए ऐसे में पार्षद वार्ड में जाने से भी डर रहे है कि लोग धक्के मारकर निकाल दे ।
साल भर पूर्व जहां खड़े थे आज भी शहरवासी अपने आप को वहीं पा रहे हैं। नगर निगम क्षेत्र में विकास कार्य ठप्प है। शहर का बहुप्रतिक्षित दर्जनों सड़कों का काम आज भी अधूरा है। कई कार्य आधे में बंद है। शहर अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है।नगर पालिका क्षेत्र के वार्डों की दुर्गति को लेकर पार्षद आंसू बहा रहे हैं। साल भर पूर्व जहां खड़े थे आज भी शहरवासी अपने आप को वहीं पा रहे हैं।
करीब चार वर्ष पूर्व शहर की दर्जनों सड़कों के चौड़ीकरण व कायाकल्प के लिए न जाने कितनी बैठकें हुई, कितनी बार पेपर फाड़े गए । निगम की बैठक कितने बार स्थगित हुई। अंत में शहरवासियों ने भी शहर विकास के लिए अपनी-अपनी संपत्तियों का त्याग किया। कई ने तो शहर विकास के नाम पर खून के आंसू बहाए, लेकिन उनके त्याग का न तो आज तक उचित प्रतिफल मिल सका और न ही शहर का विकास हो सका है। नगरपालिका के अब एक साल पूरे होने को हैं लेकिन न तो पुराने काम हो रहे हैं और न ही शहर विकास को लेकर कोई नई कार्य योजना बन सकी है। वार्डवासी वार्डों में मूलभूत समस्याओं को लेकर जुझ रहे हैं । पार्षद भी ई ओ , जे ई के समक्ष गुहार लगा-लगाकर थक चुके हैं। नक्शे बनवाने से लेकर अन्य विकास कार्य में भी कार्यों में भ्रष्टाचार किया जा रहा है। आरोप है कि कुछ वार्ड के ही नए टेंडर किए गए है कई वार्डो की अनदेखी कर नए टेंडर नहीं किए जा रहे है जबकि पुराने टेंडर अवार्ड नहीं किए जा रहे है
पार्षदों को अपने मतदाताओं से मुंह छिपाना पड़ रहा है। वे अपने मतदाताओं को अपनी व्यवथा तक नहीं सुना पा रहे हैं। वार्डों में मुख्य रुप से बिजली, सड़क, नाली व स्ट्रीट लाइट जैसी मुलभूत समस्याओं को लेकर लगातार आवाज उठाई जा रही है। कई बार अधिकारियों को स्थानीय लोगों में पार्षदों ने शिकायत की परंतु नई आई ईओ पार्षदों के तो छोड़ो चेयरमैन और वाइस चेयरमैन तक की बात नहीं सुन रही लंबे समय से लगे टेंडर अवार्ड नहीं किया जा रहे नगर पालिका राजनीतिक तौर पर कठपुतली बन गई है शहर के लोग कांग्रेसी सरकार को भी जमकर कोस रहे हैं बताया जा रहा है की नगर पालिका के कर्मचारियों की सैलरी तक देने के लाले पड़े हुए हैं गृह कार्य अन्य इनकम सोर्स पर ध्यान न देकर अधिकारी भी नगर पालिका में राजनीति कर रहे हैं वही चेयरमैन निर्मल कौर का कहना है कि जल्द विकास कार्य को लेकर बैठक की जाएगी











