देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भारतीय जन औषधि परियोजना के तहत देश भर में लोगो से संवाद किया गया। लेकिन ज़िला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर में कोई भी लाभार्थी इसे सुनने के लिए नही पहुंचा। कुल्लू में भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हॉल में प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम की व्यवस्था की गई। लेकिन हॉल में खाली कुर्सियां ही करीब 1 घण्टे तक प्रधानमंत्री के भाषण को सुनती रही।
सुबह साढ़े 9 बजे कार्यक्रम शुरू हुआ और साढ़े 10 बजे कार्यक्रम खत्म हुआ। ऐसे में विभाग के अधिकारी भी खाली राह ताकते रहे। भारतीय जन औषधि परियोजना के तहत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि गरीबों के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय दवाओं तक उनकी पहुंच है और केन्द्र सरकार सभी को किफायती स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए लगातार कोशिश कर रही है।
कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) और किफायती स्टेंट तथा घुटना प्रतिरोपण के लाभार्थियों से भी बात करते रहे। उन्होंने कहा कि तमाम लोग भारतीय जन औषधि परियोजना से लाभान्वित हो रहे हैं। सरकार की इस योजना के तहत लोगों को किफायती दरों पर दवा मुहैया कराई जाती है। गौर रहे कि प्रधानमंत्री मोदी ने 17 जून 2017 को नमो ऐप लॉन्च किया था। पिछले कई दिनों से पीएम इस ऐप से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आम लोगों से सीधे संवाद कर रहे हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुशील ने कहा कि इस कार्यक्रम के लिए लाभार्थियों को भी सूचित किया गया था। विभाग सभी लोगो तक सरकारी योजनाओं को पहुंचा रहा है और लोगो को इसका लाभ भी मिल रहा है।