(जसवीर सिंह हंस ) सिविल हॉस्पिटल में बुजुर्ग ,बच्चो व गर्भवती महिलायों को तीसरी मंजिल पर ओ पी डी में डॉक्टर को दिखने के लिए चक्कर मारने पड़ रहे है वही लाइट जाने पर डॉक्टर व मरीजो सहित सभी लोगो को परेशानी उठानी पड़ रही है इस बारे में ललित वर्मा , अजीत सिंह ,पुनीत गुप्ता , विशाल ,आमिर खान आदि लोगो का कहना है की इतनी बड़ी बिल्डिंग तो बना दी गयी है पर अभी तक न तो लिफ्ट लग पाई है न ही जरनेटर का इंतजाम हो पाया है तथा सिविल अस्पताल पांवटा साहिब का बुरा हाल है |लोगो का कहना है ये सलाह पता नहीं किस बेफकूफ ने दी की ओ पी डी तीसरी मंजिल पर बनाई जाये लोक निर्माण विभाग इस पर अभी तक टेंडर ही नहीं करवा सका वही स्वास्थ्य विभाग के सी ऍम ओ साहब तो खुद ही इस मामले पर परेशान है |
जहां डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया गया है वही कुछ डॉक्टर इस पेशे को बदनाम करने मे लगे हुए है अल्ट्रासाउंड के लिए डॉक्टर बाहर प्राइवेट अस्पताल को भेज रहे है ईसीजी करने के लिए ट्रेंड तकनीशियन नहीं है जनेरिक दवाए न लिखकर कमीशन वाली महंगी दवाए लिखी जा रही है |
सबसे जयादा परेशांन दूर दराज से आई गर्भवती महिलाओं को होना पद रहा है जिनको अल्ट्रासाउंड के लिए प्राइवेट अस्पतालों में जाना पड़ रहा है तथा 700 रुपये में अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ रहा है गरीब महिलायें अल्ट्रासाउंड करवाय बिना ही घर को वापिस जा रही है सनद रहे कि गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड सिविल अस्पताल में बिल्कुल मुफ्त है | पथरी आदि के मरीजो को भी अल्ट्रासाउंड के लिए प्राइवेट अस्पतालों में जाना पड़ रहा है |