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हिमाचल प्रदेश में होनहारों में बचपन से ही देश सेवा करने का जज्बा होता है। प्रदेश के सैकड़ों युवा अपनी मेहनत और होनहारी से हिमाचल का नाम देशभर में रोशन कर रहे हैं। इन्हीं होनहारों की सूची में हिमाचल के मुखिया सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह जिले हमीरपुर की बेटी का नाम भी जुड़ गया है।
इंडियन नेवी में CADET बनी प्रांजलि
नादौन क्षेत्र की ग्राम पंचायत सपड़ोह की बेटी प्रांजलि सिंह ने भारतीय नौसेना में कैडेट के पद पर चयनित होकर न सिर्फ अपने परिवार बल्कि पूरे क्षेत्र और प्रदेश का नाम रोशन किया है। बेटी की इस बड़ी उपलब्धि के बाद सपड़ोह गांव से लेकर नादौन बाजार तक खुशी और गर्व का माहौल देखने को मिल रहा है।
प्रांजलि सिंह ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा के बाद DAV स्कूल भड़ोली, नादौन से 12वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी की है। बीते सत्र में ही उन्होंने जमा दो की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। पढ़ाई के साथ-साथ प्रांजलि खेलकूद और शारीरिक गतिविधियों में भी हमेशा आगे रही हैं। यही कारण रहा कि नौसेना की कठिन चयन प्रक्रिया में उनकी शारीरिक फिटनेस और मानसिक मजबूती ने अहम भूमिका निभाई।
पिछले साल ही पास की थी 12वीं
12वीं की परीक्षा पास करते ही भारतीय नौसेना में कैडेट के रूप में चयन होना किसी भी युवा के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जाती है। प्रांजलि ने कम उम्र में यह मुकाम हासिल कर यह साबित कर दिया कि अगर लक्ष्य स्पष्ट हो और मेहनत सच्ची हो, तो सफलता जरूर मिलती है।
प्रांजलि के पिता दलजीत पठानिया ने बताया कि परिवार में देशसेवा का वातावरण पहले से मौजूद रहा है। प्रांजलि के बड़े भाई प्रज्ज्वल मर्चेंट नेवी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। भाई को समुद्र में देश के लिए कार्य करते देख प्रांजलि के मन में भी नौसेना में जाने का सपना बचपन से ही आकार लेने लगा। परिवार का यह सैन्य और सेवा भाव ही उसकी प्रेरणा बना।
परिवार का मिला पूरा सहयोग
प्रांजलि के पिता दलजीत पठानिया वर्तमान में कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक में दिल्ली में सेवाएं दे रहे हैं, जबकि उनकी माता रीना कुमारी सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल चौडू, नादौन में वाणिज्य विषय की प्रवक्ता हैं।
माता-पिता दोनों ने पढ़ाई के साथ-साथ अनुशासन और आत्मनिर्भरता के संस्कार प्रांजलि में बचपन से ही डाले। पिता का कहना है कि प्रांजलि शुरू से ही मेहनती, अनुशासित और पढ़ाई में मेधावी रही है। उसने हमेशा अपने लक्ष्य को प्राथमिकता दी और कठिन परिश्रम से आज यह मुकाम हासिल किया।
मुख्यमंत्री ने भी सराहा हौसला
प्रांजलि सिंह की इस उपलब्धि पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी उन्हें बधाई दी है। CM सुक्खू ने कहा कि प्रांजलि जैसी बेटियां प्रदेश के युवाओं, खासकर बेटियों के लिए प्रेरणा हैं। उनकी सफलता यह साबित करती है कि हिमाचल की बेटियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं और देश की रक्षा में भी अग्रणी भूमिका निभा सकती हैं।
प्रांजलि के चयन की खबर जैसे ही क्षेत्र में पहुंची, गांव में बधाइयों का सिलसिला शुरू हो गया। ग्रामीणों, शिक्षकों, रिश्तेदारों और शुभचिंतकों ने घर पहुंचकर मिठाइयां बांटीं और बेटी के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। नादौन क्षेत्र के युवाओं के लिए प्रांजलि आज एक प्रेरणास्रोत बन चुकी हैं।
देशसेवा ही अंतिम लक्ष्य
प्रांजलि का कहना है कि वह भारतीय नौसेना के माध्यम से देश की सेवा करना चाहती हैं और अपने माता-पिता, गांव और प्रदेश का नाम ऊंचा करना उनका सपना है। उनका मानना है कि मेहनत, अनुशासन और आत्मविश्वास के साथ कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।









