• About
  • Our Team
  • Advertise
  • Privacy Policy
  • Contact Us
Khabronwala
  • मुख्य ख़बरें
  • हिमाचल प्रदेश
    • ऊना
    • काँगड़ा
    • किन्नौर
    • कुल्लू
    • चम्बा
    • बिलासपुर
    • मंडी
    • लाहौल स्पिति
    • शिमला
    • सोलन
    • हमीरपुर
  • सिरमौर
  • राजनीती
  • अपराध
  • खेल
  • मनोरंजन
  • देश
No Result
View All Result
Khabronwala
  • मुख्य ख़बरें
  • हिमाचल प्रदेश
    • ऊना
    • काँगड़ा
    • किन्नौर
    • कुल्लू
    • चम्बा
    • बिलासपुर
    • मंडी
    • लाहौल स्पिति
    • शिमला
    • सोलन
    • हमीरपुर
  • सिरमौर
  • राजनीती
  • अपराध
  • खेल
  • मनोरंजन
  • देश
No Result
View All Result
Khabronwala
No Result
View All Result

निजी स्कूलों की मनमानी से स्कूली शिक्षा हुई महंगी, अभिभावक झेल रहे तंगी

Desk by Desk
1 year ago
in मुख्य ख़बरें
186
0
399
SHARES
2.3k
VIEWS
Share on FacebookShare on WhatsappShare on Twitter

दिन-ब-दिन स्कूली शिक्षा महंगी होती जा रही है। इसका मुख्य कारण निजी स्कूलों में प्राइवेट पब्लिशर की पुस्तकें लगवाना, महंगी वर्दी और फीस बढ़ोतरी है। सभी स्कूलों ने एडमिशन फीस और मंथली फीस में लगभग 20% तक की बढ़ोतरी कर दी है निजी स्कूलों की इस मनमानी से हर कोई वाकिफ है लेकिन बच्चों के भविष्य को देखते हुए कोई भी अभिभावक कुछ बोलने को तैयार नहीं है। वहीं, नियमों से बंधा प्रशासन भी कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहा है।

अभिभावकों का कहना है कि इस लूट से बचने के लिए लोगों को आगे आना होगा ताकि यूनियन बनाकर अपनी बात सरकार के समक्ष रखी सके। अभिभावको ने बताया कि स्कूल की ओर से बताई गई पुस्तकें खास दुकानो के अलावा शहर की किसी दुकान में नहीं मिलतीं। बच्चों के कॅरिअर की बात है, इसलिए स्कूल को कुछ कह नहीं सकते। अकेले आवाज उठाना मुमकिन नहीं है।

You may also likePosts

पांवटा साहिब : नशा तस्करों को 4-4 साल का सश्रम कठोर कारावास और 25000-25000 रुपये जुर्माना

मणिमहेश यात्रा पूरी तरह से बंद, वापस भेजे जा रहे श्रद्धालु

Himachal: 60 गांव के 20000 लोग आज दोपहर 12 तक घर छोड़ दें…हिमाचल में हाई अलर्ट, पौंग डैम में खतरे के निशान से ऊपर जलस्तर

सेवा ही सर्वोपरि – स्कॉलर्स होम इंटरैक्ट क्लब ने चुनी नई कार्यकारिणी

उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में आठवीं तक मुफ्त किताबें मिलती हैं और अन्य पुस्तकें कम रेट पर उपलब्ध होती हैं। हमसे सरकारी रेट के बजाय चाहे 15 प्रतिशत अतिरिक्त पैसे ले लें लेकिन कम से कम निश्चित दाम पर तो यह मिलें। बच्चे की एक पुस्तक ही 300-400 रुपये की पड़ती है। बच्चे के साथ शिक्षक भेदभाव न करें और उसका भविष्य सुरक्षित रहे। इसलिए कोई अभिभावक स्कूल का विरोध नहीं करते। अभिभावक ने कहा कि स्कूलों द्वारा पुस्तकों और वर्दी पर चल रही लूट का सभी को पता है लेकिन इस पर कभी कार्रवाई नहीं होती। प्रशासन स्कूलों पर सख्ती बरते तो कुछ हो सकता है।

निजी स्कूल हैं गैर लाभकारी संस्थाएं :
सीबीएसई द्वारा अधिसूचना के अनुसार निजी स्कूल गैर लाभकारी संस्थाएं हैं। सोसाइटी, ट्रस्ट या कंपनी का उद्देश्य स्कूलों को गैर लाभकारी तरीके से चलाना होना चाहिए। स्कूल को केवल इतनी फीस लेनी चाहिए, जितना उनके खर्चे निकालने के लिए पूरी हो सके। सीबीएसई की ओर से जारी दिशानिर्देश के अनुसार स्कूल अभिभावक को किसी भी बुकसेलर या खुद से पुस्तकें और वर्दी लेने के लिए नहीं कह सकते। ऐसा करने पर स्कूल पर कार्रवाई की जा सकती है। साथ ही स्कूलों को हर साल फीस बढ़ाने की सीमा भी तय की गई है लेकिन इसके बावजूद निजी स्कूल निर्देशों का अंदेखा कर शिक्षा का व्यापार कर रहे हैं।
कोट्स

कभी पुस्तकें तो कभी वर्दी और फीस के बहाने निजी स्कूल मनमानी कर रहे हैं और शिक्षा के अधिकार में रुकावट पैदा कर रहे हैं। बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए अभिभावक बिना कहे स्कूलों की बात मान रहे हैं लेकिन निजी स्कूल उनकी इसी मजबूरी का फायदा उठा रहे हैं। प्रशासन को इन स्कूलों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। अगर पुस्तकें, वर्दी इतनी महंगी आ रही हैं तो उनपर कार्रवाई करें कि पुस्तकों पर दिए दाम उचित है या नहीं।

बाजार में पुस्तकें, वर्दी को लेकर स्कूलों ने बनाई मोनोपली :
महंगी पुस्तकें, वर्दी और अत्यधिक फीस वसूलना निजी स्कूलों की आदत बन गई है। निजी स्कूल की पुस्तकें  शहर में निश्चित एक दुकान पर मिल रही हैं। बाजार में बुकसेलर की मोनोपली बनी हुई है और अभिभावक के पास पुस्तकें और वर्दी लेने के लिए एक दुकान के अलावा और कोई विकल्प नहीं है। बुकसेलर, निजी प्रकाशक और निजी स्कूलों पर कार्रवाई होनी चाहिए।

जब इस विषय में प्रशासन से पता करने की कोशिश की गई तो पता चला कि बच्चों की पुस्तकें निर्धारित करने की शक्ति निजी स्कूलों के पास है। हम उन्हें सीबीएसई की पुस्तकें लेने के लिए कह सकते हैं लेकिन अंतिम निर्णय निजी स्कूल का है। विभाग के पास पुस्तकों को लेकर कोई शिकायत आई हो या कार्रवाई हुई हो इसकी जानकारी नहीं है।

Share160SendTweet100
Previous Post

पांवटा साहिब में पकड़ी भुक्की और हेरोइन तीन गिरफ्तार , पुलिस ने नशा तस्करों पर की बड़ी कार्रवाई

Next Post

शिलाई में पुलिस ने की 57 पेटियां अवैध शराब बरामद

Related Posts

नाहन : पांवटा साहिब निवासी नशीली दवाओं के तस्कर को 12 वर्ष के कठोर कारावास व एक लाख रुपए जुर्माने की सजा
मुख्य ख़बरें

पांवटा साहिब : नशा तस्करों को 4-4 साल का सश्रम कठोर कारावास और 25000-25000 रुपये जुर्माना

4 hours ago
मणिमहेश यात्रा पूरी तरह से बंद, वापस भेजे जा रहे श्रद्धालु
मुख्य ख़बरें

मणिमहेश यात्रा पूरी तरह से बंद, वापस भेजे जा रहे श्रद्धालु

5 hours ago
Himachal: 60 गांव के 20000 लोग आज दोपहर 12 तक घर छोड़ दें…हिमाचल में हाई अलर्ट, पौंग डैम में खतरे के निशान से ऊपर जलस्तर
मुख्य ख़बरें

Himachal: 60 गांव के 20000 लोग आज दोपहर 12 तक घर छोड़ दें…हिमाचल में हाई अलर्ट, पौंग डैम में खतरे के निशान से ऊपर जलस्तर

6 hours ago
जिलावासी लें ’’से नो टू ड्रग्स‘‘ का संकल्प-उपायुक्त उपायुक्त ने नशा मुक्त भारत अभियान जागरूकता रैली को दिखाई हरी झंड़ी
मुख्य ख़बरें

सेवा ही सर्वोपरि – स्कॉलर्स होम इंटरैक्ट क्लब ने चुनी नई कार्यकारिणी

6 hours ago
सुक्खू सरकार प्रदेश रेल परियोजनाओं में करे केंद्र का सहयोग :  जयराम ठाकुर
मुख्य ख़बरें

आपदा से प्रदेश में हाहाकार मचा है और मुख्यमंत्री गायब हैं : जय राम ठाकुर

6 hours ago
जिलावासी लें ’’से नो टू ड्रग्स‘‘ का संकल्प-उपायुक्त उपायुक्त ने नशा मुक्त भारत अभियान जागरूकता रैली को दिखाई हरी झंड़ी
मुख्य ख़बरें

जिलावासी लें ’’से नो टू ड्रग्स‘‘ का संकल्प-उपायुक्त उपायुक्त ने नशा मुक्त भारत अभियान जागरूकता रैली को दिखाई हरी झंड़ी

20 hours ago
सेवा ही सर्वोपरि – स्कॉलर्स होम इंटरैक्ट क्लब ने चुनी नई कार्यकारिणी
मुख्य ख़बरें

सेवा ही सर्वोपरि – स्कॉलर्स होम इंटरैक्ट क्लब ने चुनी नई कार्यकारिणी

20 hours ago
मुख्य सचिव ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत और पुनर्वास कार्यों की समीक्षा की
मुख्य ख़बरें

मुख्य सचिव ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत और पुनर्वास कार्यों की समीक्षा की

20 hours ago
जहां 10 साल पहले 83 हजार में नीलाम हुई थी दुकानें अब वहीं 4800 में बेची : जयराम ठाकुर
मुख्य ख़बरें

जहां 10 साल पहले 83 हजार में नीलाम हुई थी दुकानें अब वहीं 4800 में बेची : जयराम ठाकुर

20 hours ago
Load More
Next Post

शिलाई में पुलिस ने की 57 पेटियां अवैध शराब बरामद

उपमंडल स्तरीय स्वीप टीम कर रही क्षेत्र के मतदाताओं को जागरूक -गुंजित चीमा

उपमंडल स्तरीय स्वीप टीम कर रही क्षेत्र के मतदाताओं को जागरूक -गुंजित चीमा

प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था , कांग्रेस नेता कर रहे  दादागिरी : बलदेव तोमर

प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था , कांग्रेस नेता कर रहे दादागिरी : बलदेव तोमर

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT
Facebook Twitter Youtube

© All Rights Reserved | Designed and Developed by App Development Company

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In
error: Content is protected !!
No Result
View All Result
  • मुख्य ख़बरें
  • हिमाचल प्रदेश
    • ऊना
    • काँगड़ा
    • किन्नौर
    • कुल्लू
    • चम्बा
    • बिलासपुर
    • मंडी
    • लाहौल स्पिति
    • शिमला
    • सोलन
    • हमीरपुर
  • सिरमौर
  • राजनीती
  • अपराध
  • खेल
  • मनोरंजन
  • देश

© All Rights Reserved | Designed and Developed by App Development Company