उपायुक्त सिरमौर ललित जैन ने आज यहां जानकारी देते हुए कहा कि गत दिनों बरमा-पापड़ी में मृत पाए गए आठ चमगादड़ों के पशुपालन विभाग द्वारा लिए रक्त के नमूनों की जांच वन विभाग द्वारा राष्ट्रीय स्तर के संस्थान पूना में करवाई गई जिसमें जांच के दौरान चमगादड़ों के रक्त की रिर्पोट नकारात्मक ( नेगेटिव ) आई है । उन्होने कहा कि जांच रिर्पोट के अनुसार इन चमगादड़ों में निपाह वायरस के कोई लक्षण नहंीं पाए गए हैं ।
उपायुक्त ने कहा कि निपाह वायरस से निपटने के लिए जिला के सभी बड़े स्वास्थ्य संस्थानों में उपयुक्त प्रबंध किए गए है । उन्होने कहा कि पक्षियों का बिजली की तारों पर बैठना, फलों को खाना व उस पर बीठ करना अथवा दागी करना आम बात है । उन्होने लोगों से आग्रह किया है कि पक्षियों द्वारा दागी किए गए फलों को न खाऐं । इसके अतिरिक्त किसी धाम व सामूहिक प्रीतिभोज और घर इत्यादि में यदि भोजन पर पक्षी बीठ करते है ंतो उसे भी इस्तेमाल किया जाए, ताकि निपाह वायरस के होने की कोई संभावना उत्पन्न न हो ।
उपायुक्त ने लोगों से आग्रह किया है कि वह अफवाहों पर विश्वास न करें और जिला सिरमौर में निपाह वायरस के कोई लक्षण कहीं भी चमगादड़ों के मरने से नहीं पाए गए है । उन्होने कहा कि ज्यादा लू अथवा गर्मी के कारण चमगादड़ बेहोश हो जाते है और कई बार बिजली की तारों पर लटकने से भी मर जाते है । उन्हांेने कहा कि जिला प्रशासन इस बारे सर्तक है और इस वायरस से निपटने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए गए है।