शिमला में दबोचे गए पंजाब के 3 गैंगस्टर, लॉरेंस बिश्नोई गैंग को दी थी चुनौती

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शिमला पुलिस ने पंजाब के 3 वॉन्टेड गैंगस्टरों को दबोचा है। इनका आपराधिक बैकग्राउंड कई राज्यों में फैला हुआ है। इनकी दुश्मनी सीधे कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग से बताई जाती है। विस्तृत जानकारी के लिए पढ़ें यह रिपोर्ट…

राजधानी शिमला की पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए पंजाब के तीन वांछित आरोपियों को अवैध हथियारों समेत दबोच लिया। तीनों आरोपी गैंगस्टर हैं और इनका आपराधिक बैकग्राउंड कई राज्यों में फैला हुआ है। खास बात ये है कि इनकी दुश्मनी सीधे कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग से है। गिरफ्तारी के बाद रविवार को पुलिस ने तीनों को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस अब इनके नेटवर्क, स्थानीय मददगारों और गैंग से जुड़े तारों की गहन जांच कर रही है।

आरोपी कई राज्यों में वॉन्टेड

पकड़े गए आरोपियों में गुरजीत सिंह (27) पुत्र सरदार सिंह निवासी गांव रानीवाला, जिला मुक्तसर (पंजाब), प्रदीप कुमार उर्फ सुखा (24) पुत्र सूरज भान निवासी गांव सांपावाली, तहसील अबोहर जिला फाजिल्का (पंजाब) और जगपाल सिंह (27) पुत्र मग्गर सिंह निवासी गांव जंदवाला हनुमता, तहसील अबोहर जिला फाजिल्का (पंजाब) शामिल हैं।

सुनील यादव गैंग से संबंध

ये तीनों आपराधिक प्रवृत्ति के युवक हैं। इन पर पंजाब, राजस्थान और मध्यप्रदेश में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और वहां यह वांछित चल रहे हैं। जांच में सामने आया है कि इनका सीधा संबंध सुनील यादव गैंग से है।

बिश्नोई गैंग को दी थी चुनौती

अमेरिका के कैलिफोर्निया में लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने सुनील यादव की हत्या करवा दी थी। सुनील यादव के मारे जाने के बाद इन तीनों ने इंस्टाग्राम पर लाइव आकर बिश्नोई गैंग को खुली चुनौती दी थी। इसके बाद बिश्नोई गैंग के लोग इनके पीछे पड़ गए और तीनों अपनी जान बचाने के लिए जगह-जगह छुपते रहे।

शिमला में ऐसे मिली पनाह

जान बचाने के लिए तीनों ने पंजाब से बाहर ठिकाना ढूंढना शुरू किया और इस कड़ी में शिमला पहुंचे। यहां इन्हें पनाह इनके दोस्त पंकज कासनिया ने दिलवाई। पंकज ने शिमला के विकास नामक युवक से संपर्क किया और फिर इन्हें न्यू टुटू स्थित बाबू राम भवन में संजय वर्मा के फ्लैट में ठहराया गया। इसी दौरान तीनों ने सुरक्षा के लिए अवैध हथियार का इंतजाम किया। पूछताछ में सामने आया है कि अमेरिका में रह रहे लवजीत कंग ने किसी के माध्यम से इन्हें पिस्टल उपलब्ध करवाई थी।

पुलिस ने ऐसे कसा शिकंजा

पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि न्यू टुटू में कुछ संदिग्ध युवक ठहरे हुए हैं। मादक पदार्थ तस्करी से जुड़ी सूचना के आधार पर एसआईटी ने शनिवार रात बाबू राम भवन में दबिश दी। तलाशी के दौरान रसोई घर में गैस चूल्हे के नीचे से एक पिस्टल और 11 जिंदा कारतूस बरामद हुए। मौके पर तीनों युवकों को हिरासत में ले लिया गया।

पुलिस रिमांड में खुलेंगे कई राज

शिमला के एसएसपी संजीव गांधी ने रविवार को बताया कि पकड़े गए आरोपी कई राज्यों में वांछित चल रहे हैं और इनके तार बड़े गैंग से जुड़े हुए हैं। फिलहाल तीनों को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। इस दौरान पुलिस यह पता लगाएगी कि इनके अन्य साथी कहां छुपे हैं, किस-किस से मदद मिली और किन योजनाओं पर ये काम कर रहे थे।

पड़ोसी राज्यों की पुलिस से किया संपर्क

एसएसपी ने कहा कि पड़ोसी राज्यों की पुलिस से भी संपर्क किया गया है ताकि इनके आपराधिक मामलों की पूरी जानकारी जुटाई जा सके। स्थानीय स्तर पर इन्हें शरण देने वाले लोगों की भी जांच की जा रही है।

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