Khabron wala
हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिले लाहौल-स्पीति में इन दिनों आसमान से बरस रही आफ़त ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। लगातार हो रही बारिश और ऊपरी इलाकों में जारी हिमपात ने हालात बिगाड़ दिए हैं।
लाहौल में फिर आई बाढ़
चंद्रभागा नदी और उसके सहायक नाले उफान पर हैं, वहीं पागल नाले में बनी BRO की अस्थायी पुलिया तेज बाढ़ में बह गई। इसके चलते लेह-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग एक बार फिर पूरी तरह बंद हो गया है और लाहुल घाटी बाहरी दुनिया से कटती जा रही है।
पागल नाले के उफान ने नर्सरी से बाया टेलिंग मार्ग को भी बाधित कर दिया है, जिससे छोटे वाहनों की आवाजाही तक रुक गई है। चंद्रभागा नदी का पानी जौबरंग पुल के ऊपर से बहने लगा है, जिससे जौबरंग, रापे और राशेल गांव के ग्रामीणों के सामने दिक्कतें दोगुनी हो गई हैं। लोग घरों में ही कैद होकर रह गए हैं और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति प्रभावित हो रही है।
बर्फबारी ने मचाया कहर
बरसात के साथ-साथ बर्फबारी ने भी हालात और गंभीर कर दिए हैं। रोहतांग दर्रे, बारालाचा, शिंकुला और तंगलंगला में बर्फबारी शुरू हो चुकी है। स्पीति के लोसर, लाहुल के छीका, रारिक और दारचा गांव बर्फ की चादर ओढ़ने लगे हैं। अभी तक दर्रों से वाहनों की आवाजाही जारी है, लेकिन अगर बर्फबारी का दौर तेज़ रहा तो रोहतांग समेत तमाम दर्रे बंद हो सकते हैं, जिससे घाटी पूरी तरह से बाकी इलाकों से कट जाएगी।
उपायुक्त लाहुल-स्पीति किरण भंडाना ने जानकारी दी कि जिले में लगातार भारी बारिश हो रही है और पागल नाले में बना अस्थायी पुल बह चुका है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि मौसम साफ होने तक यात्रा न करें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।
उफान पर हैं कई नदियां-नाले
लाहुल-स्पीति की विधायक अनुराधा राणा ने कहा कि जिले में सभी नाले उफान पर हैं और कई संपर्क मार्ग बाधित हो चुके हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि मौसम अनुकूल होते ही बहाली कार्य युद्धस्तर पर शुरू कर दिया जाएगा। साथ ही ग्रामीणों से अपील की कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
लाहुल-स्पीति में इस वक्त बारिश और हिमपात ने हालात बेहद नाजुक बना दिए हैं। स्थानीय लोग प्रशासन की मदद और मौसम के सुधरने का इंतजार कर रहे हैं। यदि यही स्थिति बनी रही तो आने वाले दिनों में आपूर्ति संकट और आवाजाही दोनों ही पूरी तरह ठप हो सकते हैं।