कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए सरकार द्वारा लगाए गए कर्फ्यू से वीरवार को प्रातः 8 बजे से 12 बजे तक चार घंटे की ढील दिए जाने पर लोगों द्वारा खाद्य वस्तुओं की खरीद फरोख्त की गई । स्थानीय प्रशसन द्वारा शहर की करियाना, फल व सब्जियों की दुकानों के बाहर ग्राहकों को निर्धारित दूरी पर खड़े रहने के लिए चूना लगाकर गोले लगाए गए । राजगढ़ क्षेत्र में लोगों द्वारा कोरोना वायरस से बचने के लिए काफी सर्तकता बरती जा रही है औसतन हर घर में सेनेटाईजर रखे गए है । परंतु वाहनों की आवाजाही न होने कारण अनेक लोग कई जगह फंस गए है जिन्हें भूखे रहने तक की नौबत आ गई है । एचआरटीसी की बसें ग्रामीण क्षेत्रों मंे पिछले एक सप्ताह से खड़े रहने पर ड्राईवर व कंडक्टरों को विशेषकर भोजन व ठहरने की व्यवस्था न होने के कारण काफी परेशानी पेश आ रही है ।
राजगढ़ क्षेत्र के कमल स्वरूप, शेरजंग चौहान, दिनेश आर्य का कहना है कि सरकार द्वारा बाजार से खाद्य वस्तुओं की खरीद के लिए कर्फ्यू में ढील दी जा रही है परंतु ग्रामीण क्षेत्र के लोग इस दौरान बाजार में नहीं पहूंच पा रहे हैं दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्र की दुकानों में खाद्य वस्तुओं की कमी आने लग गई है क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में वाहनों की आवाजाही न होने कारण खाद्य वस्तुओं की आपूर्ति नहीं हो पा रही है । लॉकडाऊन होने के कारण विशेषकर मजदूर वर्ग बहुत प्रभावित है और मजदूरी न मिलने के कारण यह वर्ग दो जून रोटी के लिए पैसे न होने कारण बहुत पेरशानी पेश आ रही है ।
इसी प्रकार सरांह के रविंद्र चौहान ने बताया कि उनके 22 वर्षी भानजे गौतम कुमार का चंडीगढ़ के एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन हुआ है और अस्पताल द्वारा उन्हें छुटटी दे दी गई हैं परंतु वापिस आने के लिए परिवहन की व्यवस्था न होने पर गौतम कुमार चंडीगढ़ में फंस गया है । इसी प्रकार पीरन पंचायत के प्रधान अतर सिंह ठाकुर के पिता का देहांत हुआ है । इनका कहना है कि लॉकडाऊन और कर्फ्यू लगने के कारण अब वह अपने पिता की अस्थियों को गंगा में प्रवाह करने के लिए नहीं जा पा रहे हैं । इसी प्रकार अनेक बिमार व्यक्ति घर पर दवाईयां खत्म होने पर दवाईयों को लेने के लिए सोलन व शिमला जाने से असमर्थ है ।
राजगढ़ पझौता व रासूमांदर क्षेत्र के लोगों की मांग है कि कर्फ्यू में ढील इस प्रकार दी जाए ताकि दूर दराज गांव में रहने वाले लोगों को बाजार जाने के लिए वाहन ले जाने और सामान व दवाईयां इत्यादि खरीदने के लिए अनुमति प्रदान की जाए ताकि गांव के लोगों को आवश्यक वस्तुओं और दवाओं के लिए परेशान न होने पड़े । लोगों की सरकार से मांग है लोगों के लिए वैकलिपक आपातकालीन सेवाएं आरंभ करनी चाहिए ताकि जो लग विभिन्न क्षेत्रों में फंस गए है उन्हें वापिस घर लौटने की व्यवस्था की जाए तथा ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्य वस्तुओं की आपूर्ति के लिए विशेष व्यवस्था की जाए ।